रायपुर। रायपुर से लव स्टोरी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक प्रेमिका ने विवाह के प्रस्ताव को ठुकरा दिया तो सिरफिरे आशिक ने हैरतअंगेज कारनामे को अंजाम दिया। जिसने भी इस घटना के बारे में सुना उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। यहां पढ़ें विस्तार से छत्तीसगढ़ की यह चर्चित क्राइम स्टोरी।
ऐसे शुरू हुआ लव स्टोरी का दर्दनाक अंत
अंबिकापुर के एक बड़े कारोबारी की इकलौती बेटी 26 साल की वाणी गोयल को कुकिंग का शौक था। कुकिंग के कोर्स के लिए वह रायपुर आई थी। यहां वह 25 दिन का कोर्स पूरा कर छह जुलाई को घर लौटने वाली थी। शनिवार रात 9.30 बजे दुर्ग अंबिकापुर ट्रेन से घर जाने वाली थी।
इसी ट्रेन से उसका प्रेमी विशाल भी अंबिकापुर लौटने वाला था। लेकिन घर लौटने से पहले वाणी ने सोचा की रायपुर के तेलघाना नाका में रह रहे बड़ी मम्मी-पापा से क्यों न मिल लूं?
वाणी अपने रिश्तेदार के घर से बड़े पापा-मम्मी के घर जाने के लिए निकली थी। लेकिन तेलघानी नाका न जाकर वह बेबीलॉन इन होटल पहुंची, जहां उसका प्रेमी विशाल उसका इंतजार कर रहा था। लेकिन वाणी को क्या पता था कि यहां विशाल किस मंसूबे से आया है।
दरअसल, विशाल वाणी से शादी करना चाहता था। विशाल पिछले कुछ दिनों से वाणी पर शादी को लेकर दबाव बना रहा था। लेकिन वाणी इसके लिए राजी नहीं हो रही थी। इसी का फायदा उठाकर विशाल होटल पहुंचा।
होटल बेबीलॉन में यह सब हुआ
शनिवार करीब दोपहर डेढ़ बजे दोनों होटल बेबीलॉन इन के भीतर गए। वहां वाणी ने कमरा नंबर 416 बुक किया। वाणी के साथ विशाल भी कमरे में गया। इस दौरान वाणी ने अपनी मां से भी बात की।
वाणी के साथ शादी के सपने देख रहे विशाल ने यहां एक बार फिर पूरी जिंदगी एक साथ गुजारने को लेकर दबाव डाला। लेकिन हर बार की तरह इस बार भी वाणी का वही जवाब था। उसने शादी के लिए फिर इनकार कर दिया।
ना सुनने के बाद हुई कहासुनी
फिर क्या दोनों के बीच कहासुनी हो गई। दोनों के बीच विवाद बढ़ गया और वाणी के जवाब से विशाल आगबबूला हो गया। इसके बाद विशाल जिस सोच से यहां आया था। उसे अंजाम देने की ठान लिया। दरअसल यहां आने से पहले विशाल ने अपने दोस्तों से कहा था कि इस बार फैसला करके रहूंगा। विशाल होटल में पूरी प्लानिंग के साथ आया था। वो अपने साथ चाकू भी लाया था।
पहले गला घोंटा फिर चाकू से रेत दिया
वाणी के जवाब से विशाल के सिर पर खून सवार हो गया। उसने पहले वाणी का पहले गला घोंटा फिर चाकू से गला रेत दिया। इसके बाद विशाल होटल से निकलकर रेलवे स्टेशन गया। विशाल के स्टेशन जाने की वजह पुलिस को गुमराह करना था। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद विशाल रेलवे स्टेशन पहुंचा। यहां वह नागपुर जा रही ट्रेन के एसी बोगी में चढ़ा और टॉयलेट में वाणी के मोबाइल को रख दिया। वहां से विशाल रायपुर के शिवानंद नगर में रह रही अपनी बहन के घर पहुंचा।
पूछताछ पर बनाया दोस्त का बहाना
भाई को बगैर किसी सूचना के अचानक घर आने के बारे में पूछा तो विशाल ने किसी दोस्त का बहाना बना दिया। थोड़ी देर बहन के घर रुकने के बाद वो बाहर घूमने की बात कहकर पैदल ही बाहर निकल आया। जान से मारने के बाद भी विशाल को इस बात की आशंका थी कि कहीं वाणी जिंदा तो नहीं।
इस पर वो एक बार फिर होटल आया। यहां उसने मर चुकी वाणी की सांसों को चेक किया। जब उसे पूरी तरह से भरोसा हो गया कि वाणी की सांसें थम गई हैं तो वहां पिशाल पूरी इत्मीनान के साथ होटल से चला गया।
रेलवे ट्रैक पर मिली सिर कटी लाश
विशाल होटल से डब्ल्यूआरएस कॉलोनी पहुंचा और स्टेशन के पास बैठा रहा। इधर कुछ घंटे बीत जाने के बाद जब बहन, जीजा और बड़े भाई ने विशाल को फोन लगाया तो उसने किसी का फोन नहीं उठाया। इसके कुछ घंटों बाद विशाल की रेलवे ट्रैक पर सिर कटी लाश मिली। हालांकि विशाल के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिलने से पुलिस इस बात को लेकर सस्पेंस में है कि उसने आत्महत्या की है या कुछ और।