दंतेवाड़ा। जिले में अपनी भतीजी की हत्या करने वाले चाचा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा आरोपी फरार है। बताया जा रहा है कि जमीन और खेती-किसानी को लेकर इनके बीच विवाद हुआ था।
मिली जानकारी के मुताबिक गुस्साए चाचा ने कुल्हाड़ी से अपनी भतीजी का गला काट दिया। सिर पर कई वार भी किए थे, जिससे महिला की मौत हो गई। मामला जिले के कटेकल्याण थाना क्षेत्र का है।
आरोपी चैतू।
कटेकल्याण के तोयलंका की रहने वाली महिला बिंदू सोढ़ी 24 जून की शाम करीब 5 बजे अपने भाई के साथ खेती-किसानी का काम कर रही थी। वहीं उसके चाचा चौतू सोढ़ी भी मौके पर पहुंच गया। उसने बिंदू को खेती करने से मना किया। दोनों के बीच विवाद बढ़ता गया।
बिंदू दौड़ते-दौड़ते गड्ढे में गिर गई
इसके बाद चैतू ने अपनी भतीजी को मारने के लिए दौड़ाया। बिंदू दौड़ते-दौड़ते गड्ढे में गिर गई थी। जहां चैतू ने उसे कुल्हाड़ी से वारकर मार डाला।
वारदात के बाद हुआ था फरार
इसके बाद वह मौके से फरार हो गया था। चैतू के साथ एक अन्य शख्स और भी था वह भी फरार है। परिजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की और आरोपी चाचा चैतू को गांव के ही एक ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरे युवक की तलाश जारी है।
इसने पुलिस को बताया कि जिस जमीन पर वह खेती कर रही थी, वह जमीन उसकी है। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था।
धर्मांतरण के बाद से चल रहा था विवाद
बिंदू और उसके परिवार ने कुछ साल पहले मूल धर्म को छोड़ ईसाई धर्म अपना लिया था, जिसके बाद परिवार के सदस्यों ने इन्हें अपने परिवार से भी बेदखल कर दिया था। हालांकि, गांव में पैतृक जमीन पर बिंदू और उसके परिवार के लोग खेती-किसानी किया करते थे। बस इसी बात को लेकर हमेशा दोनों परिवारों के बीच विवाद की स्थिति बनी रहती थी।
दंतेवाड़ा में शव को दफनाया गया है।
48 घंटे बाद शव को दफनाया
बिंदू की मौत के बाद गांव वालों ने गांव में उसके शव को दफनाने नहीं दिया। गांव में तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। पुलिस की टीम लगातार ग्रामीणों को समझाइए देती रही, जब बात नहीं बनी तो बुधवार को बिंदू के शव को दंतेवाड़ा में दफनाया गया। फिलहाल अभी पुलिस फोर्स मौके पर ही मौजूद है। SP गौरव राय ने कहा कि, दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। गांव की स्थिति कंट्रोल में है।