नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजों में एनडीए को झटका लगा है और चार सौ पार का नारा देने वाला एनडीए 300 पार के लिए तरस गया। नतीजों से स्पष्ट है कि देश में गठबंधन की सरकार बनेगी। भाजपा को उत्तर प्रदेश और बंगाल जैसे राज्यों में काफी नुकसान झेलना पड़ा, साथ ही महाराष्ट्र में भी विपक्षी गठबंधन का प्रदर्शन शानदार रहा है। कांग्रेस ने इसे जनता की जीत बताया।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी घटक दलों ने भाजपा को आश्वासन दिया है कि वे सरकार बनाने में पार्टी का साथ देंगे। जदयू, लोजपा, टीडीपी, जदएस और शिवसेना दिल्ली में बुधवार को होने वाली एनडीए की बैठक में शामिल होंगे। जानकारी के मुताबिक, आज एनडीए के घटक दलों की महत्वपूर्ण बैठक होगी। इस बैठक में सरकार बनाने को लेकर चर्चा होगी। वहीं, विपक्षी INDIA गठबंधन भी अपनी बैठक करेगा। यह बैठक शाम छह बजे होगी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-एसपी (राकांपा-एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को ही इस बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि इंडिया गठबंधन आज यानी की बुधवार को दिल्ली में एक बैठक करेगा।
18वीं लोकसभा की 543 सीटों में से NDA को 292 और I.N.D.I.A को 233 सीटें मिली हैं। हालांकि, भाजपा 272 के बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाई, लेकिन NDA को बहुमत मिला। NDA आज सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। उसने अपने घटक दलों की बैठक बुलाई है। PM मोदी ने बिहार के CM नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के पूर्व CM चंद्रबाबू नायडू को फोन कर बैठक के लिए बुलाया है। आज सुबह 11.30 बजे मोदी कैबिनेट की बैठक बुलाई गई है। मोदी इस बैठक के बाद राष्ट्रपति भवन जाएंगे। इस्तीफा देकर नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
सपा देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी: यूपी की 80 सीटों में से 37 सपा, 33 भाजपा, 6 कांग्रेस, 2 रालोद और 2 अन्य दलों को मिली। भाजपा फैजाबाद (अयोध्या) सीट 50 हजार से ज्यादा वोटों से हार गई है। 2019 चुनाव में यूपी में NDA ने 64 सीटें जीती थीं, जिसमें BJP को 62 और अपना दल (एस) को 2 सीटें मिली थी। वहीं, सपा-बसपा ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। सपा को 5 और बसपा को 10 सीटें मिली थी। जबकि कांग्रेस ने सिर्फ एक सीट (रायबरेली) जीती थी।
राजस्थान में 14 भाजपा, 8 कांग्रेस को: राजस्थान की कुल 25 सीटों में से भाजपा ने 14, कांग्रेस ने 8 और रालोपा ने एक सीट जीती है। 2019 में भाजपा ने 24 सीटें जीती थीं। 1 रालोपा के पास थी। राज्य में BJP का वोट शेयर 60% से घटकर अब 49% पर आ गया है।
5 राज्यों में BJP का क्लीन स्वीप: MP में भाजपा ने सभी 29 सीटें जीती हैं। 2019 में सिर्फ छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस के खाते में गई थी, लेकिन इस बार भाजपा के बंटी साहू ने नकुलनाथ को हरा दिया। MP के अलावा BJP ने दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड, अरुणाचल की भी सभी सीटें जीती हैं।
महाराष्ट्र: शिवसेना-NCP टूटने से कांग्रेस को फायदा: 48 सीटों में 10 भाजपा, 13 कांग्रेस, 9 शिवसेना (उद्धव), 7 शिवसेना (शिंदे), 7 NCP (शरद), 1 NCP (अजित) जीती। 2019 में 23 सीटें भाजपा, 18 शिवसेना और 4 NCP ने जीती थीं। महज 17% वोट लेकर कांग्रेस यहां सबसे ज्यादा सीटें जीत गई और सबसे बड़े वोट शेयर (26%) के बावजूद BJP 13 सीटें गंवाकर 10 पर आ गई है।
दक्षिण की 129 सीटों में BJP को 29, कांग्रेस को 40 सीटें: तमिलनाडु की 39 में से 22 द्रमुक ने, 9 कांग्रेस ने जीतीं है। कर्नाटक की 28 में से 17 भाजपा, 9 कांग्रेस, 2 जेडीएस को। आंध्र की 25 में 16 TDP, 4 YSR कांग्रेस, BJP को 3 मिलीं। केरल में कांग्रेस को 14, भाजपा को 1। वहीं तेलंगाना में भाजपा, कांग्रेस ने 8-8 सीटें जीतीं हैं। आंध्र में तेलगु देशम पार्टी (TDP) से गठबंधन से भाजपा को फायदा हुआ। तमिलनाडु में BJP का खाता नहीं खुला, पर वोट शेयर बढ़ा है।
राहुल बोले- रिजल्ट कह रहा, देश मोदी को नहीं चाहता; दिल्ली में आज INDIA की बैठक
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में संविधान की कॉपी दिखाते हुए कहा कि जनता ने इस बार संविधान बचाने के लिए वोट किया है।
राहुल गांधी ने दिल्ली के पार्टी दफ्तर में कहा, ‘नतीजों से साफ है कि देश मोदी-शाह को नहीं चाहता। ये लड़ाई संविधान को बचाने की थी।’ उनसे विपक्ष में रहने या सरकार बनाने को लेकर सवाल पूछे गए। यह भी पूछा गया कि क्या JDU और TDP को गठबंधन में लाने की तैयारी है। राहुल ने कहा कि 5 जून को होने वाली INDIA की बैठक में इस पर फैसला होगा। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि अभी सब यहीं बता दूंगा तो मोदी जी अलर्ट हो जाएंगे।
नीतीश-नायडू अहम क्यों: 2019 में पहली बार चंद्रबाबू नायडू ने NDA सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एक करने की कोशिश की थी। वहीं 2023 में नीतीश कुमार ने कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों के साथ मीटिंग करके I.N.D.I.A. ब्लॉक बनाने में मदद की थी। NDA को 292 सीटें मिली हैं। इनमें नायडू के TDP की 16 और नीतीश के जदयू की 12 सीटें हैं। यानी कुल 28 सीटें। ऐसे में अगर दोनों नेता NDA से अलग होते हैं, NDA के पास 264 सीटें ही बचेंगी। जो कि बहुमत के आंकड़े से कम है।
मोदी बोले- जनता ने NDA पर तीसरी बार भरोसा जताया, चंद्रबाबू- नीतीश का नाम लिया
भाजपा के दिल्ली हेडक्वार्टर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते PM मोदी।
PM मोदी ने चुनावी नतीजों के बीच BJP हेडक्वार्टर में संबोधन दिया। उन्होंने 34 मिनट की स्पीच में 6 बार भाजपा और 8 बार NDA का नाम लिया। मोदी ने कहा, ‘जनता ने तीसरी बार NDA पर भरोसा जताया। हमारे विरोधी एकजुट होकर भी उतनी सीटें नहीं जीत पाए, जितनी अकेले BJP ने जीतीं।’ उन्होंने चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार के नेतृत्व में शानदार प्रदर्शन की सराहना की।
नायडू और नीतीश की पार्टी बोली-हम साथ: नायडू ने कहा कि आंध्र की जनता ने हमारे गठबंधन पर भरोसा करके हमें यह बड़ी जीत दी है। हम NDA के साथ हैं। नायडू ने शाम को बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस भी रद्द कर दी। वहीं, जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, ‘चुनाव से NDA को लेकर हमारा जो कमिटमेंट था, वो अब भी है।’
ओडिशा में 24 साल का पटनायक राज खत्म, BJP ने 78 सीटें जीतीं; आंध्र में NDA सरकार
ओडिशा में 24 साल से काबिज नवीन पटनायक के हाथ से सत्ता खिसक गई है। BJP को 147 में से 78 तो BJD को 51 सीटें मिलीं। वहीं कांग्रेस 14 सीटों पर सिमट गई। ओडिशा में नवीन पटनायक मार्च 2000 से CM हैं। यहां भाजपा ने किसी CM फेस की बजाय मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा था।
गठबंधन की जन सेना पार्टी के चीफ पवन कल्याण के साथ TDP अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू।
आंध्र प्रदेश में NDA (भाजपा, TDP और जन सेना पार्टी) की सत्ता में वापसी हुई है। गठबंधन में शामिल तेलगु देशम पार्टी को 175 में से 135, जन सेना पार्टी को 21 और BJP को 8 सीटें मिलीं। मौजूदा CM जगन मोहन रेड्डी की YSR कांग्रेस सिर्फ 11 सीटों पर सिमट गई। चंद्रबाबू नायडू चौथी बार राज्य के CM बनेंगे।
सेंसेक्स में 4 साल की सबसे बड़ी गिरावट, सेंसेक्स 4389 अंक गिरकर 72,079 पर बंद हुआ
4 जून को सेंसेक्स 4389 अंक यानी 5.74% की गिरावट के साथ 72,079 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी भी 1,379 अंक की गिरावट के बाद 21,884 के स्तर पर बंद हुआ। यह 4 की सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले 4 मई 2020 को सेंसेक्स में 5.94% की गिरावट आई थी। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 25 में गिरावट और 5 शेयरों में तेजी रही।
निवेशकों के 31 लाख करोड़ डूबे: बाजार की गिरावट में निवेशकों के 31 लाख करोड़ रुपए डूब गए। BSE पर लिस्टेड कंपनियों का ओवरऑल मार्केट कैप 395 लाख करोड़ रुपए हो गया। एक दिन पहले यह लगभग ₹426 लाख करोड़ था।