रायपुर। लोकसभा चुनाव-2024 के 4 जून (मंगलवार) को नतीजे आएंगे। छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों के मतों की गणना सुबह 8 बजे से शुरू होगी। इससे पहले शनिवार को आए एग्जिट पोल के नतीजों से भाजपा में उत्साह का माहौल है। वहीं कांग्रेस ने इनको भ्रामक बताया है। फिलहाल 220 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
दूसरी ओर निर्वाचन आयोग ने मतगणना को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली है। हर मतगणना स्थल पर त्रिस्तरीय सुरक्षा-व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं। बाहरी लेयर की जिम्मेदारी जिला पुलिस और बाकी केंद्रीय फोर्स को सौंपी गई है।
विधानसभावार हर क्षेत्र में अलग-अलग राउंड में गिनती पूरी की जाएगी। गोपनीयता और पारदर्शिता का लेकर आयोग कड़े कदम उठा रहा है। फाइनल रिजल्ट घोषित होने के पहले किसी भी तरह की लापरवाही पर सख्त एक्शन होगा। मतगणना को देखते हुए रूट डायवर्जन के साथ ही पार्किंग और अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं।
मतगणना स्थल पर प्रवेश के लिए चुनाव आयोग ने सुबह 7 बजे का समय तय किया है। सिक्योरिटी जांच के बाद ही मतगणना एजेंट, काउंटिंग के लिए तैनात कर्मचारी और अन्य अधिकारी प्रवेश कर सकेंगे। मतगणना स्थल पर अधिकृत पासधारी ही प्रवेश कर सकेंगे। किसी अनधिकृत व्यक्ति के प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा।
स्ट्रांग रूम से मतगणना कक्ष तक आवाजाही के लिए कॉरिडोर में बैरिकेटिंग की व्यवस्था की गई है। मतगणना के लिए विधानसभावार मतगणना कक्ष बनाए गए हैं। टेबल, बैठक व्यवस्था के साथ ही मतगणना कक्ष में व्यवस्थित तरीके से तार की जालियां और बाहर से बैरिकेड बनाए गए हैं। इसके अलावा जगह-जगह पर जवान तैनात रहेंगे।
मतगणना में लगे अधिकारी-कर्मचारियों, अभ्यर्थियों व काउंटिंग एजेंट के प्रवेश के लिए निर्धारित मार्गों में सुरक्षा जांच और बैरिकेडिंग सहित जरूरी व्यवस्थाएं की गई है। पोस्टल बैलेट की काउंटिंग के लिए कक्ष में प्रवेश का अलग मार्ग निर्धारित किया गया है।
मतगणना स्थल पर सुरक्षा के लिहाज से कई चीजों को प्रतिबंधित किया गया है। मतगणना कक्ष में मोबाइल, स्मार्ट वॉच, कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, माचिस, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट नही ले जाना वर्जित किया गया है।
पोस्टल बैलट की गणना शुरू होने के 30 मिनट बाद EVM के वोटों की गिनती शुरू होगी। पोस्टल बैलट की गणना किसी भी राउंड की EVM की मतगणना में जारी रह सकती है। EVM की काउंटिंग पूरी होने के बाद VVPAT पर्ची की गणना होगी। पहले पोस्टल बैलट की गणना रिटर्निंग अधिकारी द्वारा टेबल पर की जाएगी। बाद में EVM से हुई मतगणना की काउंटिंग अन्य टेबल पर होगी। हर टेबल पर एक राउंड की मतगणना समाप्त होने के बाद दूसरी EVM लाई जाएगी।
हर राउंड की गणना फाइनल होने के बाद सहायक रिटर्निंग अधिकारी इसकी जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारी को देंगे। प्रेक्षकों की मौजूदगी में यहां हर राउंड के बाद सभी प्रत्याशियों को मिलने वाले मतों की जानकारी लाउडस्पीकर के जरिए दी जाएगी। इसकी कॉपी भी प्रत्याशी को उपलब्ध कराई जाएगी।
अगर किसी लोकसभा क्षेत्र में एक से अधिक जिलों की विधानसभा शामिल हैं तो संबंधित जिले का जिला निर्वाचन अधिकारी वहां की विधानसभा की राउंडवार जानकारी और अंतिम परिणाम की जानकारी लोकसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी को भेजेगा।
यह अधिकारी अपने यहां के सभी विधानसभा सीट और दूसरे जिले के विधानसभा सीट के परिणामों का जोड़ कराएगा। इसके लिए मतगणना स्थल पर वित्त विभाग के लेखा कार्य से जुड़े अफसरों की टीम मतों का टेबुलेशन करेगी और फिर इसे ऑब्जर्वर से चेक कराया जाएगा। अंत में लोकसभा चुनाव के परिणाम की घोषणा की जाएगी।
चुनाव लड़ रहे हर उम्मीदवार को डाक मतपत्रों की गणना टेबल सहित EVM मतों की गणना में उपयोग में लाई जा रही टेबल की संख्या के बराबर काउंटिंग एजेंट नियुक्त करने की अनुमति होगी। उम्मीदवार अपनी या अपने निर्वाचन एजेंट की अनुपस्थिति में काउंटिंग की प्रक्रिया को देखने के लिये एक अन्य काउंटिंग एजेंट रिटर्निंग ऑफिसर के मेज पर भी नियुक्त कर सकता है। एजेंट्स नियमों का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें 3 माह तक की सजा हो सकती है।
प्रदेश की 11 लोकसभा सीटों पर कुल 220 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इन प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला 1 करोड़ 50 लाख 40 हजार 444 मतदाताओं ने तय किया है। इनमें 75 लाख 15 हजार 102 पुरुष, 75 लाख 25 हजार 123 महिला और 219 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।
प्रदेश में तीनों चरणों में कुल 72.8 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। अगर 2019 के लोकसभा चुनाव में हुए मतदान (71.49%) से तुलना करें तो इस बार 1.31 प्रतिशत ज्यादा मतदान हुआ है। इस बार सबसे ज्यादा वोटिंग सरगुजा सीट पर 78.78 प्रतिशत और सबसे कम 63.95 प्रतिशत बिलासपुर में मतदान हुआ है।