नई दिल्ली। चुनावों पर नजर रखने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार लोकसभा चुनाव लड़ रहे करीब 121 उम्मीदवारों ने खुद को अनपढ़ घोषित किया है। 359 ने कहा है कि उन्होंने 5वीं कक्षा तक पढ़ाई की है, जबकि 647 उम्मीदवारों ने अपनी शिक्षा का स्तर 8वीं कक्षा तक बताया है। करीब 1,303 उम्मीदवार 12वीं पास हैं। 1,502 उम्मीदवारों के पास स्नातक की डिग्री है। पीएचडी करने वाले उम्मीदवारों की संख्या 198 हैं।
एडीआर ने चुनाव लड़ रहे 8,360 उम्मीदवारों में से 8,337 की शैक्षणिक योग्यता का विश्लेषण करके यह रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट हर चरण में प्रत्याशियों की ओर से दायर की गई हलफनामे पर तैयार की गई है। पांच चरण पूरे हो चुके हैं। छठा और सातवां चरण क्रमशः 25 मई और 1 जून को निर्धारित किया गया है। वोटों की गिनती 4 जून को होनी है।
पांचवें चरण में 62.2 फीसदी मतदान महिलाओं की रही अधिक भागीदारी
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में कुल 62.2 फीसदी मतदान हुआ। ओडिशा की कंधमाल लोकसभा सीट के दो पोलिंग बूथों पर बृहस्पतिवार को दोबारा मतदान हुआ। इससे कुल मतदान में आंकड़े बदल सकते हैं। निर्वाचन आयोग ने बृहस्पतिवार को अंतिम आंकड़ा जारी किया।
आयोग के अनुसार, छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर हुए 4.69 करोड़ पुरुष, 4.26 करोड़ महिलाएं और 5409 तीसरे लिंग समेत कुल 8.95 करोड़ से अधिक पात्र मतदाता थे। महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से अधिक रही। 61.48 फीसदी पुरुषों और 63 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया। बिहार और झारखंड में पुरुष व महिला मतदान के बीच अंतर सबसे अधिक रहा। बिहार में 52.42 फीसदी पुरुषों के मुकाबले 61.58 महिलाओं ने मतदान किया। इसी तरह झारखंड में 58.08 फीसदी पुरुषों के आगे 68.65 फीसदी महिलाओं ने वोट डाले।
पश्चिम बंगाल में तृतीय लिंग श्रेणी में अधिकतम 38.22 फीसदी मतदान हुआ। 2019 लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में 64.16 फीसदी मतदान हुआ था। तब सात राज्यों की 51 सीटों पर मतदान हुआ।