रायपुर। छत्तीसगढ़ में 18 जून को शाला प्रवेश उत्सव होगा। स्कूल शिक्षा सचिव ने जारी आदेश में बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की स्पष्ट मंशा है कि छात्र-छात्राओं को स्वच्छ और सुंदर वातावरण में गुणवत्तायुक्त शिक्षा दी जाए। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा शाला प्रवेश उत्सव की प्रारंभिक तैयारी के साथ-साथ पर्याप्त प्रचार-प्रसार भी किया जाना है।
दरअसल, स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने सभी कलेक्टरों, जिला मिशन संचालक, समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत सभी स्कूल प्रिंसिपल्स के लिए निर्देश जारी किए हैं। वहीं स्कूल परिसर और भवन को आकर्षक बनाने, साफ-सफाई, पेंटिंग और मरम्मत जैसे काम 10 जून तक निपटा लेने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होगी। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। स्कूल शिक्षा सचिव ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 राज्य में भी प्रभावी हो गई है।
शाला प्रवेश उत्सव को लेकर लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी स्कूलों को निर्देशित किया है कि स्कूल खुलने के पहले ही भवनों में साफ-सफाई और मरम्मत करवाए जाए। इसके साथ ही शाला प्रवेश उत्सव का जोर-शोर से व्यापक प्रसार-प्रसार करें, बैनर-पोस्टर लगाए जाए, शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में मुनादी करवाए जाए। प्रवेश उत्सव में स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पालकों को भी बुलाया जाए।
शाला परिवार की ओर से जनप्रतिनिधि शाला विकास समिति बालक और गणमान्य नागरिकों को शाला प्रवेश के लिए बुलाना होगा। निशुल्क पाठ्य पुस्तक, ड्रेस, और जो पात्र छात्र हैं उन्हें साइकिल का वितरण किया जाना होगा।
नन्हे– मुन्हें नवप्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर अभिनंदन किया जाएगा। प्रवेश उत्सव के दिन न्योता भोज के भी आयोजन होंगे। वहीं बोर्ड परीक्षा/ स्थानीय में मेधावी अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। शाला परिवार के द्वारा उत्कृष्ट पालकों का सम्मान किया जाएगा।