मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ में पत्रकार की हत्या का खुलासा पुलिस ने 24 घंटे के अंदर कर दिया है। गुरुवार सुबह मनेंद्रगढ़ में पत्रकार रईस अहमद की खून से लथपथ लाश मैदान पर मिली थी। पुलिस की जांच में आरोपी मृतक की पत्नी और उसका आशिक ही निकला।
चनवारीडांड इलाके के ग्राउंड में जहां लाश मिली थी उससे कुछ दूरी पर ही मृतक रईस खान का घर था। 32 साल का रईस अपनी पत्नी और बेटी के साथ किराए के मकान में रहता था। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौका-ए-वारदात पर पहुंची। शुरुआती जांच में ही पुलिस को आशंका हुई कि रईस की हत्या घर में या घर के आस-पास की गई है।
पत्रकार रईस अहमद की खून से लथपथ लाश मिली थी
पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई, परिवार और आसपास के लोगों से पूछताछ की। इस दौरान पता चला कि रईस रात एक बजे तक साथी पत्रकारों के साथ था और फिर घर लौट गया था। इसके बाद देर रात बाइक से दो युवक रईस अहमद के घर पहुंचे थे। रईस अहमद की बेटी ने पुलिस को बताया था कि उसके पिता बचाओ-बचाओ चिल्ला रहे थे।
घटनास्थल पर MCB जिले के SP चंद्रमोहन सिंह के साथ अंबिकापुर से फॉरेंसिक टीम और सूरजपुर से डॉग स्क्वायड की टीम भी पहुंची। घर की जांच की गई तो वहां खून के छींटे मिले। पुलिस को उसकी पत्नी सफीना की भूमिका संदिग्ध लगी। उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
सफीना ने बताया कि, उसका प्रेमी आरजू खान और उसका दोस्त खुशी खान 15 मई की रात करीब 2 बजे घर आए थे। उसने सफीना को फोन किया, आशिक के घर आने पर सफीना ने ही दरवाजा खोला था। दोनों घर के अंदर घुसे और घर में सो रहे रईस पर हमला कर दिया। धारदार हथियार से हमला करने के साथ ही मारपीट करते हुए आरोपियों ने गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
आरोपियों ने हत्या के बाद शव को पास के नर्सरी मैदान में फेंक दिया और भाग निकले। पुलिस ने सफीना खान को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मुख्य दोनों आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम झारखंड रवाना की गई है। SP ने बताया कि दोनों आरोपियों की लोकेशन लगातार ली जा रही है जल्द ही दोनों गिरफ्तार होंगे।
आशिक के साथ भाग गई थी सफीना, पति लाया था वापस
मृतक रईस अहमद का निकाह सफीना के साथ करीब चार साल पहले हुआ था। उनकी एक छोटी बेटी भी है। करीब पांच महीने पहले सफीना रायपुर इलाज के लिए गई थी। वहां से वह आरजू खान के साथ भाग गई थी। एक महीने पहले रईस ही अपनी पत्नी को झारखंड से लेकर मनेंद्रगढ़ आया था।
सफीना को उस समय एसडीएम न्यायालय में पेश भी किया गया था। जहां उसने अपने बयान में बताया कि रायपुर अस्पताल में 2 युवकों ने धोखे से नशीला पदार्थ खिलाया था। इसके बाद अपने साथ मनेंद्रगढ़ के गांव कठौतिया ले गए और वहां से झारखंड ले जाकर कैद कर लिया था।
अपनी पत्नी के बयान के आधार पर मृतक ने कार्रवाई के लिए कई जगह शिकायतें की, केस वापस लेने के लिए आरजू खान ने रईस पर दबाव भी बनाया था। साथ ही पैसे लेकर केस रफा-दफा करने की भी कोशिश की थी जिसे रईस ने ठुकरा दिया था। वह न्यायालय में परिवाद दायर करने की तैयारी कर रहा था।
परिवार साथ रखने नहीं था तैयार
पत्नी सफीना को वापस लेकर रईस अहमद घर पहुंचा तो उसके पिता कय्यूब खान सहित पूरा परिवार उन्हें साथ रखने तैयार नहीं हुए। इसके बाद रईस पत्नी और बेटी के साथ किराए के मकान में मौहारीपारा में रहने लगा। बताया गया कि सफीना इसके बाद भी अपने प्रेमी से लगातार संपर्क में थी।