रायपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद साय कैबिनेट में बदलाव की चर्चा है। नए चेहरे कौन होंगे, इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। कई सीनियर विधायकों ने मंत्री बनने के लिए जोर लगाना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में विधायकों की परफॉर्मेंस मंत्री पद का आधार बनेगी।
इसे देखते हुए विधायकों ने अपने-अपने क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार को अच्छी लीड दिलाने के लिए चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी। फिलहाल संभावना जताई जा रही है कि चुनाव के बाद दो विधायकों की एंट्री कैबिनेट में हो सकती है। इनमें राजेश मूणत, अमर अग्रवाल, रेणुका सिंह और अजय चंद्राकर बड़े दावेदार हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, साय कैबिनेट में बदलाव इसलिए भी मुमकिन है, क्योंकि बीजेपी ने रायपुर लोकसभा सीट से कैबिनेट मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को प्रत्याशी बनाया है। इस बात की चर्चा पूरे चुनाव के दौरान रही कि बृजमोहन अग्रवाल जीत के लिए नहीं बल्कि बड़ी लीड के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
ऐसे में अगर वे चुनाव जीत जाते हैं तो मुख्यमंत्री साय के मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल होगा। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद मंत्री पद खाली हो जाएगा। अभी उनके पास स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, संसदीय कार्य, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन और संस्कृति विभाग की जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की कैबिनेट में अभी 2 डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा सहित 12 मंत्री में हैं। इनमें बृजमोहन अग्रवाल, राम विचार नेताम, केदार कश्यप, ओपी चौधरी, टंकराम वर्मा, दयालदास बघेल, श्याम बिहारी जायसवाल, लक्ष्मी राजवाड़े, लखन देवांगन शामिल हैं।
बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद साय कैबिनेट में दो विधायकों को एंट्री मिलेगी। 12वां मंत्री लोकसभा चुनाव के बाद बनाने का फैसला सीएम विष्णु देव साय और केंद्रीय नेताओं ने लिया था। अब लोकसभा परिणाम के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा।
साय कैबिनेट में शामिल होने के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में रेस शुरू हो गई है। कैबिनेट मंत्री बनने की रेस में विधायक अमर अग्रवाल, राजेश मूणत, अजय चंद्राकर, धरमलाल कौशिक, धर्मजीत सिंह, रेणुका सिंह और लता उसेंडी शामिल हैं। हालांकि अमर अग्रवाल, अजय चंद्रकार और राजेश मूणत का नाम आगे चल रहा है।