गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को 10वीं पास बताया है। उन्होंने कहा कि, PM और शाह हमें क्या संविधान सिखाएंगे? महंत ने कहा कि, प्रधानमंत्री हमारे लिए चट्टे-बट्टे जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। यह प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता। ये सड़क छाप लोगों की भाषा है।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में मीडिया से महंत ने कहा कि, कोविड वैक्सीन ‘कोवीशील्ड’ लगवाने के बाद खुद की सेहत में गिरावट महसूस कर रहा हूं। हर किसी की सेहत पर इसका असर पड़ रहा है और काफी लोगों की मौत हुई है। अब समझ में आ रहा है कि यह कोराना वैक्सीन के कारण हो रहा है।
भाजपा के 400 पार के दावे को सिरे से खारिज करते हुए महंत ने कहा कि, जिस प्रकार से पीएम मोदी का दिमाग खराब हो गया है, वो 200 पार भी नहीं होने वाले। उन्होंने भाजपाइयों के चुनाव में ज्यादा सीट जीतने के दावे को लेकर कहा कि वे बौरा गए हैं।
रायपुर के राजीव भवन में राधिका खेड़ा विवाद को लेकर भी महंत ने अपनी बात कही। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि, राधिका खेड़ा के साथ कोई मारपीट नहीं हुई है। वो सिर्फ बातों में गलतफहमी हो गई है और कोई विवाद नहीं है। इस विवाद का प्रत्याशियों के चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
उन्होंने सरोज पांडेय पर निशाना साधते हुए कहा कि जब सांसद रहते हुए वो कोरबा में नहीं दिखी तो उनके साथ अब प्रचार के लिए आए हुए पिछलग्गू लोग कोई प्रभावकारी नहीं रहेंगे। सरोज पांडेय कोरबा लोकसभा की पालक सांसद भी रही थीं, पर वो खुद कभी नहीं आईं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक लेती रहीं। अब ज्योत्सना महंत को निष्क्रिय सांसद कहकर बकवास कर रही हैं।
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित बयान दिया था। राजनांदगांव में हुई जनसभा के दौरान महंत ने कहा था कि हमें नरेंद्र मोदी का मूड़ (सिर) फोड़ने वाला आदमी चाहिए। रात-दिन तंग करके चीन भेजने वाला आदमी चाहिए। वहीं जिंदल के लिए कहा कि ऐसे लोगों को जूते मारने चाहिए। इसके बाद इसे लेकर बहुत हंगामा हुआ और महंत के खिलाफ FIR दर्ज हो गई थी। इस पर महंत ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कुछ भी नहीं बोलने का संकल्प मीडिया के सामने लिया था।