रायपुर। अधिकारियों द्वारा ‘फरार’ घोषित किए जाने के बाद अभिनेता साहिल खान को मुंबई पुलिस ने महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में छत्तीसगढ़ से गिरफ्तार किया है। बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा उनकी गिरफ्तारी पूर्व जमानत खारिज करने के बाद मुंबई साइबर सेल की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने अभिनेता को गिरफ्तार कर लिया।
मालूम हो कि दो दिन पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी, और उन्हें पूछताछ के लिए पुलिस के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया गया था।
पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा था कि अभिनेता साहिल खान, जिनसे पहले महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने पूछताछ की थी, फरार हो गया है।
सत्र अदालत द्वारा उनकी गिरफ्तारी पूर्व याचिका खारिज करने के बाद हाल ही में बॉम्बे हाई कोर्ट ने खान को अंतरिम सुरक्षा प्रदान की थी। इसके तुरंत बाद, पिछले हफ्ते शनिवार को खान मुंबई पुलिस के सामने पेश हुए। विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उनसे तीन घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की।
बॉम्बे HC ने याचिका खारिज कर दी, उसे भगोड़ा घोषित कर दिया
खान को पहली बार दिसंबर 2023 में तलब किया गया था और वह अदालतों में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन करके गिरफ्तारी से बच रहे हैं। उन्होंने एफआईआर को रद्द करने की मांग करते हुए बॉम्बे एचसी से भी संपर्क किया।
दो दिन पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने उनकी वह याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें उन्हें पूछताछ के लिए पुलिस के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया गया था। शुक्रवार को अपराध शाखा की एक टीम ने खान के आवास का दौरा किया और पाया कि वह गायब है। बार-बार प्रयास करने के बावजूद वह नहीं मिला और फिर खान को फरार घोषित कर दिया गया।
खान की भूमिका अभी तक तय नहीं हुई है, हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने नागरिकों से सट्टेबाजी ऐप का उपयोग करने का आग्रह करने वाले विज्ञापनों को बढ़ावा दिया। महादेव ऐप का प्रचार-प्रसार करके उन्होंने कथित तौर पर भारी मुनाफा कमाया। अदालत ने उनकी दलीलों को खारिज करते हुए इस बात पर गौर किया था।
हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग और मैच फिक्सिंग के आरोप
पिछले साल, प्रवर्तन निदेशालय और माटुंगा पुलिस ने महादेव सट्टेबाजी ऐप में मामले दर्ज किए थे, जिसमें प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी और कई अन्य आरोपी शामिल थे। एफआईआर में आरोपियों के खिलाफ हवाला लेनदेन, क्रिप्टोकरेंसी के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और मैच फिक्सिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं. मुंबई के सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बैंकर की एफआईआर में कहा गया है कि सट्टेबाजी ऐप के जरिए लोगों से 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की है.