छत्तीसगढ़: महादेव ऐप केस में 2 आरोपी गिरफ्तार, 8-9 करोड़ के ट्रांजैक्शन का खुलासा; लालच देकर खुलवाते थे अकाउंट

Action against bookies associated with Mahadev betting app

दुर्ग। दुर्ग के सुपेला थाना क्षेत्र के वीआईपी कैफे (हुक्काबार) में छापामारी के दौरान पुलिस महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप से जुड़े बड़े सटोरियों तक पहुंच गई है। पुलिस ने पहले ही कैफे संचालक दो भाइयों को गिरफ्तार किया है। अब पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में एक केनरा बैंक वैशाली नगर का कर्मचारी है और दूसरा उसका सहयोगी है। इस मामले का मास्टर माइंड आरोपी रिक्की पारख और उसका भाई पुलिस की पहुंची से अभी बाहर हैं। आरोपी रिक्की पारख महादेव ऑनलाइन सट्टा के संचालक सौरभ चंद्राकर का करीबी बताया जा रहा है।

दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला ने एक विशेष टीम बनाकर जांच के निर्देश दिए थे। जांच के दौरान सूचना मिली कि इस काम में केनरा बैंक का कर्मचारी संतोष कुमार कोसरे और उसका सहयोगी कुणाल उर्फ कुनाल सोनी शामिल हैं। पुलिस ने दोनो आरोपियों को घेराबंदी कर सुपेला के गंदा चौक के पास से गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है।

सुपेला पुलिस ने बीते दिनों अवैध हुक्काबार संचालन की जानकारी मिलने पर देर रात दबिश देकर कार्रवाई की थी। इस दौरान हुक्काबार संचालक भाईयों को गिरफ्तार किया था। पुलिस को हुक्काबार में तलाशी के दौरान ऑनलाइन सट्टे से जुड़े सुराग हाथ लगे थे। सुपेला कोसा नगर भिलाई निवासी प्रियांशु निले ने सुपेला थाने में शिकायत दर्ज की दी थी कि गुरुशरण और कुणाल सोनी नाम के दो लोगों ने उसे गुमराह करके उसके नाम पर एक बैंक खाता खोला है। उन्होंने उसके नाम की एक फर्जी सिम खरीदा है। अब वे उसके खाते में लाखों का ट्रांजेक्शन कर रहे हैं।

पुलिस के पुछताछ में आरोपी संतोष कोसरे ने बताया कि वह केनरा बैंक की वैशाली नगर ब्रांच में संविदा कर्मचारी है। और कुणाल को मदद से गरीबों को गुमराह कर उन्हें 2 से 4 हजार रुपए का लालच देकर बैंक लाता था। दोनों उनके नाम से फर्जी सिम खरीदकर करके फर्जी बैंक अकाउंट खोलवाते थे। इसके बाद इस अकाउंट का इस्तेमाल महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप से जुड़े सटोरियों को 40 से 50 हजार रुपए में बेच देते थे। उनके बताए फर्जी खातों में अब तक महादेव ऐप के 8 से 9 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन किया जा चुका है।