बस्तर में CM साय बोले-कांग्रेस की जमानत जब्त करानी है, लोकसभा कैंडिडेट्स ने भरा पर्चा; भूपेश ने कहा-लोकतंत्र खत्म करना चाहती है बीजेपी

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ की बस्तर लोकसभा सीट पर नामांकन के आखिरी दिन बीजेपी-कांग्रेस ने अपनी ताकत दिखाई। जगदलपुर में दोनों पार्टियों की नामांकन रैली में जबरदस्त उत्साह दिखा। बीजेपी की सभा को संबोधित करते हुए सीएम विष्णु देव साय ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस की जमानत जब्त करानी है।

इस दौरान डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस महादेव के नाम पर जुआ-सट्टा खिला रही है। पता नहीं अभी कितने लोग जेल जाएंगे। केजरीवाल तो जेल गए, छत्तीसगढ़ में पता नहीं कितने लोग जेल जाएंगे। सभा शुरू होने से ठीक पहले जगदलपुर मेयर सफीरा साहू और 6 कांग्रेस पार्षदों समेत 25 सौ से ज्यादा कांग्रेसियों ने बीजेपी जॉइन की।

डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि पिछली बार हम कुछ चूक कर गए थे। मोदी जी के लिए पिछली बार एक कमल बस्तर से नहीं जा पाया था। 2014 से पहले देश में बम फटते थे। 2014 के बाद ऐसा नहीं हुआ। महिलाओं को सरकार ने सुरक्षा दी।

वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ दीपक बैज की मौजूदगी में पर्चा दाखिल किया। इसके बाद लाल बाग मैदान में नामांकन सभा आयोजित की गई। इस दौरान पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी की वजह से लोकतंत्र पर खतरा बना हुआ है।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि आप को मत देने का अधिकार मिला है। राजा हो या रंक हो , महिला हो या पुरुष हो सब को वोट देने का अधिकार है। लेकिन भाजपा की वजह से लोकतंत्र पर खतरा बना हुआ है। बस्तर हो या छत्तीसगढ़, हर जाति के लोगों के लिए हमने हित में काम किया है। हमारी सरकार में सब के जेब में पैसे गए हैं।

सभा को संबोधित करते हुए पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा की बीजेपी सरकार ने छत्तीसगढ़ को अपराध का गढ़ बना दिया है। वहीं, केंद्र में बैठी सरकार ईडी और सीबीआई के जरिए कार्रवाई कर ईमानदार लोगों को डराने का काम कर रही है।

कवासी लखमा ने नामांकन रैली में कहा कि, मैं यह कहने आया हूं कि मैं चुनाव नहीं लड़ रहा, कांग्रेस पार्टी लड़ रही है। मुझे टिकट क्यों मिला, मैंने तो टिकट नहीं मांगा था। चुनाव भूपेश बघेल और राहुल गांधी इसलिए लड़ रहे हैं कि हमारा देश बिक रहा, संविधान खतरे में है, बस्तर के लोग खतरे में हैं।

अगर सरकार बीजेपी की आएगी तो बस्तर की हर जनजाति का आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा। अगर आरक्षण बचाना है तो दिल्ली में बैठी सरकार को भगाना है।