रायपुर। आचार संहिता लगने से पहले सभी राशन दुकानों में आम लोगों को प्रधानमंत्री की फोटो लगे थैले बांटे जा रहे थे। लोग बड़ी संख्या में इन थैलों को लेने के लिए दुकानों में पहुंच रहे थे, लेकिन आचार संहिता लगने के बाद इन थैलों का वितरण बंद कर दिया गया था। इस बीच कई राशन दुकान संचालकों ने फिर थैलों का वितरण शुरू कर दिया है। इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से भी की गई।
अब यह मामला विवादित होता जा रहा है। इस मामले में रायपुर के कुछ दुकानदारों समेत राज्य के कई संचालकों को नोटिस जारी की गई है। इन सभी से पूछा गया है कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद थैले क्यों बांटे जा रहे थे। फिलहाल सभी जिला खाद्य नियंत्रकों ने दुकानदारों से सख्ती से कहा है कि वे इन थैलों को बांटने का काम मतगणना के बाद ही करें। इधर दूसरी ओर अब राशन दुकानों में एपीएल और बीपीएल के चावल कोटे को लेकर भी विवाद शुरू हो गया है। शहर के एक दर्जन से ज्यादा दुकानदारों ने बीपीएल कोटे का चावल एपीएल कोटे वालों को दे दिया है।
लोगों ने जब इसकी शिकायत खाद्य विभाग में दर्ज कराई तो जांच शुरू की गई। कई दुकानों में शिकायत सही पाई गई। इस वजह से इन सभी दुकानदारों को नोटिस जारी कर पूछा गया है कि उन्होंने बीपीएल कोटे का चावल एपीएल परिवारों को क्यों दिया। कारण बताओ नोटिस के जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। जिला खाद्य नियंत्रक अरविंद दुबे ने बताया कि नियमों को ताक पर रखकर जिन दुकानदारों ने चावल बांटा है उन सभी से कड़ाई से पूछताछ की जा रही है।
इन सभी दुकानदारों के नोटिस के जवाब का इंतजार किया जा रहा है। इसी जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।