लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की राजनीतिक चतुराई का यह किस्सा 1991 के आम चुनावों का है। उस वक्त यूपी के विधानसभा चुनाव भी साथ ही हो रहे थे। प्रचार-प्रसार जोरों पर चल रहा था। इस चुनाव में अटल बिहारी लखनऊ से उम्मीदवार थे। विरोधियों को वाजपेयी की जीत तय लग रही थी। ऐसे में विरोधी दलों के नेता जनता से आग्रह कर रहे थे कि ऊपर (लोकसभा) के चुनाव में वोट भले ही वाजपेयी को दे देना, लेकिन नीचे (विधानसभा) हमें ही वोट देना। यह बात अटल को भी पता चली तो, उन्होंने एक चुनावी सभा में कहा कि आप ऊपर का कुर्ता बीजेपी को दे देंगे और नीचे की धोती किसी और को, तो भला सोचिए हमारी क्या हालत होगी। नतीजे आए, तो लखनऊ से न सिर्फ वाजपेयी चुनाव जीते, बल्कि विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने 221 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया था। हालांकि, आम चुनाव में भाजपा को 120 सीटों से ही संतोष करना पड़ा और वह संसद में दूसरे नंबर पर रही।
2024-03-18