नईदिल्ली : बीते वर्ष दिसंबर में आई रणबीर कपूर अभिनीत और संदीप रेड्डी वंगा के निर्देशन में बनी फिल्म ‘एनिमल’ ने बॉक्स ऑफिस हिलाकर रख दिया। इस फिल्म ने कमाई के तमाम रिकॉर्ड तोड़ डाले। लेकिन, डायलॉग और हिंसक दृश्यों को लेकर इस फिल्म की आलोचना भी कम नहीं हुई। आलोचना करने वालों में एक नाम मशहूर गीतकार-कवि जावेद अख्तर का भी शामिल है। उन्होंने इस फिल्म की सफलता को ‘खतरनाक’ करार दिया था। तब संदीप रेड्डी वंगा ने भी तंज कसा था, जिसके जवाब में एक बार फिर जावेद अख्तर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।
यहां से शुरू हुआ था विवाद!
जावेद अख्तर ने एक बातचीत के दौरान ‘एनिमल’ की सफलता को ‘खतरनाक’ बताते हुए इसे महिला विरोधी फिल्म कहा था। इसके बाद संदीप रेड्डी वंगा ने जावेद अख्तर के बेटे और निर्माता-निर्देशक फरहान अख्तर के प्रोडक्शन में बनी ‘मिर्जापुर’ को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया था। अब एक बार फिर जावेद अख्तर ने निर्देशक वंगा पर निशाना साधा है। जावेद अख्तर ने कहा है कि संदीप रेड्डी वंगा उनके 53 साल के करियर में एक भी गलती नहीं निकाल पाए, इसलिए उन्हें उनके बेटे फरहान के ऑफिस में जाना पड़ा’।
क्यों कही शर्म की बात?
जावेद अख्तर ने कहा, ‘जब संदीप रेड्डी वंगा ने मुझे जवाब दिया तो मुझे सम्मानित महसूस हुआ। मेरे 53 साल के करियर में उन्हें एक भी फिल्म, एक स्क्रिप्ट, एक सीन, एक डायलॉग, एक गाना नहीं मिल सका, जिसमें कमी निकाल सकें। इसलिए उन्हें मेरे बेटे के ऑफिस में जाना पड़ा और एक टीवी शो ढूंढना पड़ा, जिसमें न तो फरहान ने अभिनय किया, न ही निर्देशन किया और न ही लिखा’। जावेद अख्तर ने आगे कहा, ‘फरहान की कंपनी ने ‘मिर्जापुर’ का निर्माण किया है। आजकल एक्सेल जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियां बहुत सारी चीजें तैयार कर रही हैं तो उनमें से एक यह भी है। उन्होंने इसका जिक्र किया। इसने मुझे अंत तक खुश नहीं किया। मेरे 53 साल के करियर में आप कुछ भी नहीं निकल पाए? कितनी शर्म की बात है’।
बोले- ‘मैंने दर्शकों को लेकर चिंता जताई थी’
मालूम हो कि जब जावेद अख्तर ने फिल्म को लेकर आलोचना की थी तो संदीप रेड्डी वंगा ने कहा था, ‘उन्होंने यही बात फरहान अक्तर के प्रोडक्शन की मिर्जापुर के लिए क्यों नहीं कही? दुनियाभर की गाली मिर्जापुर शो में हैं’। अब प्रतिक्रिया देते हुए जावेद अख्तर ने यह भी कहा कि उन्हें फिल्म ‘एनिमल’ से कोई समस्या नहीं है, वे इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यह दर्शकों के बीच इतनी लोकप्रिय हुई। जावेद अख्तर ने कहा, ‘मैं फिल्म निर्माता की आलोचना नहीं कर रहा था। मैं एक लोकतांत्रिक समाज में सोचता हूं, उन्हें एक ‘एनिमल’ और कई ‘एनिमल’ बनाने का हक है। मेरी चिंता दर्शकों को लेकर थी, फिल्म निर्माता को लेकर नहीं। उन्हें अधिकार है कि वे कोई भी फिल्म बनाएं’।