दंतेवाड़ा। जिले में 2 दिन पहले हुई युवक की हत्या पर संशय बना हुआ है। पुलिस का कहना है कि पारिवारिक विवाद में हत्या हुई है, जबकि नक्सलियों की तरफ से जारी किए गए पर्चे में कहा गया है कि यह SP और थानेदार का मुखबिर था, इसलिए हमने मार डाला।
नक्सलियों ने कहा है कि युवक गोपनीय सैनिक बनकर काम कर रहा था। मामला बारसूर थाना क्षेत्र का है।
2 दिन पहले सोमवार की सुबह बारसूर के घोटिया चौक के पास एक युवक की लाश मिली थी, जिसकी शिनाख्त चैनु कश्यप (25) के रूप में हुई थी। यह ताड़ेलवाया पारा का रहने वाला था। हत्या के बाद अब नक्सलियों की पूर्व बस्तर डिवीजन कमेटी ने एक और पर्चा जारी किया है। नीली स्याही से लिखे पर्चे में नक्सलियों ने युवक को पुलिस का मुखबिर बताया है।
नक्सलियों ने कहा है कि चैनु कश्यप दंतेवाड़ा के SP और बारसूर के थानेदार के कहने पर गोपनीय सैनिक बन गया था। यह उनके लिए काम करता था। इसी की वजह से मंगनार में रतन कश्यप को पुलिस ने मार दिया। जिसके बाद इसकी मौत का फरमान जारी किया गया था। जिसके बाद PLGA (पीपुल्स लिबरेशन गोरिल्ला आर्मी) ने इसे मौत की सजा दे दी।
युवक की लाश मिलने के बाद पुलिस की तरफ से भी एक बयान आया था। जिसमें कहा गया कि इसका इसके परिवार के साथ विवाद चल रहा था। इसी वजह से आपसी रंजिश में हत्या की आशंका है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। युवक की हत्या कैसे हुई, इस पर अब भी संशय बना हुआ है।