छत्तीसगढ़: प्रदेश में 10 दिन पहले प्रवेश कर सकती है न्याययात्रा, आचार सहिता से पहले यात्रा समाप्त करने की तैयारी

रायपुर। कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा लगभग 10 दिन पहले छत्तीसगढ़ प्रवेश कर सकती है। पहले संभावना थी कि यात्रा 15-18 फरवरी के बीच रायगढ़ से छत्तीसगढ़ में प्रवेश करती लेकिन असम में यात्रा न हो पाने के कारण यात्रा जल्दी आने की संभावना है।

कांग्रेस पार्टी की कोशिश है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आचार सहिंता लगने से पहले यात्रा को समाप्त कर दिया जाए।

छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट इसी महीने की 26-27 जनवरी को प्रदेश के नेताओं के साथ यात्रा को लेकर बड़ी बैठक कर सकते हैं। इस बैठक से पहले पीसीसी चीफ दीपक बैज रूट में आने वाले जिलों का दौरा कर वहां के जिला अध्यक्षों को जिम्मेदारियां सौंप रहे हैं।

यात्रा छत्तीसगढ के मुख्यतः रायगढ़, जांजगीर, कोरबा, सरगुजा लोकसभा से होकर गुजरेगी, बिलासपुर लोकसभा को यात्रा रूट से अलग किया गया है। रायगढ़ क्षेत्र उमेश पटेल का होम ग्राउंड है। इस क्षेत्र में पटेल परिवार का वर्चस्व रहा है, पटेल उन चुनिदा पूर्व मंत्रियो में से हैं जो फिर से जीत कर आए हैं।

कोरबा और जांजगीर लोकसभा चरणदास महंत का होम ग्राउंड है हाल ही में चरणदास से जुड़े कई विधायक भी जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। जांजगीर एक मात्र जिला है जहां की सभी सीटे कांग्रेस के कब्जे में है जिसके चलते आलाकमान के सामने चरणदास महंत का कद बढ़ा है।

छत्तीसगढ़ के युवा विधायक देवेंद्र यादव यात्रा वोलेंटियर की भूमिका निभा रहे हैं। यात्रा के दौरान राहुल गांधी की सभाओं का निरीक्षण और यात्रा रूट तैयार करने की जिम्मेदारी उन्हें दी गई है, भारत जोड़ो के दौरान भी यादव की बड़ी भूमिका रही थी।

दिल्ली से प्रतिनिधि के आने से पहले छत्तीसगढ़ के नेता संगठन के स्तर पर अपना प्रस्ताव तैयार करेंगे। इसी प्रस्ताव पर बाद में चर्चा होगी। फिलहाल ओडिशा से छत्तीसगढ़ में प्रवेश के बाद अभी सिर्फ 4 लोकसभा क्षेत्रों के प्लान को लेकर ही रूट तय होने की स्थिति नजर आ रही है। इनमें यात्रा की सीमित अवधि के लिहाज से फिलहाल रायगढ़, जांजगीर, कोरबा और सरगुजा के प्लान पर ही विचार हुआ है।