छत्तीसगढ़: अब शुरू होगा तबादलों का दौर, IAS पिंगुआ, टोप्पो और IPS भगत का बढ़ सकता है कद; कांग्रेस नेताओं के करीबी अफसरों पर गिरेगी गाज

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव और विजय शर्मा बुधवार को पद की शपथ लेने के बाद मंत्रालय पहुंच गए। उन्होंने पूजा-पाठ कर अपना कार्यभार संभाल लिया। इस दौरान मुख्य सचिव अमिताभ जैन, एसीएस सुब्रत साहू, डीजीपी अशोक जुनेजा, पीसीसीएफ वी. श्रीनिवास राव सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। प्रदेश में अब अफसरशाही का चेहरा बदलने की चर्चा है।

सरकार से जुड़े सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में तबादलों का दौर शुरू होगा। कहा जा रहा है कि, कांग्रेस सरकार में जिन अधिकारियों ने लीक से हटकर बीजेपी नेताओं, कार्यकर्ताओं को परेशान किया। कांग्रेस नेताओं के करीबी बनकर रहे हैं। ऐसे अफसरों पर गाज गिरेगी। वहीं, चर्चा है कि IPS राहुल भगत, IAS मनोज पिंगुआ और राजेश टोप्पो का कद बढ़ सकता है।

बीजेपी सूत्रों के अनुसार, आईपीएस राहुल भगत को विष्णुदेव सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। इसका सबसे कारण है कि भगत पहले भी विष्णुदेव साय के साथ अटैच रह चुके हैं। विष्णुदेव साय जब केंद्रीय राज्य मंत्री थे, आईपीएस भगत उनके पीएस रहे। वहीं आईएएस सुबोध सिंह और अमित अग्रवाल को भी बड़ी जिम्मेदारी संभालने बुलाया जा सकता है।

94 बैच के आईएएस मनोज पिंगुआ और 2005 बैच के आईएएस राजेश टोप्पो का भी कद बढ़ सकता है। सीएम सचिवालय में इन्हें जगह मिल सकती है। पिंगुआ साफ सुथरी छवि के आईएएस माने जाते हैं। वहीं राजेश टोप्पो पिछले पांच साल से लूप लाइन में हैं। रमन सरकार में वे जनसंपर्क संभालते थे। बीजेपी नेताओं के करीबी कहे जाते हैं।

मुख्य सचिव पद पर रेस लगाने वाले अधिकारियों में वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन के अलावा 1991 बैच की आईएएस रेणु पिल्ले, 1994 बैच के आईएएस मनोज पिंगुआ शामिल हैं। इसी तरह से डीजीपी बनने की रेस में अशोक जुनेजा के अलावा, राजेश मिश्रा, अरुण देव गौतम और हिमांशु गुप्ता का नाम शामिल है।

आर संगीता, पी दयानंद, चंद्रकांत वर्मा, अवनीश शरण, गौरव सिंह, आर वेंकट, अभिजीत सिंह, रजत बंसल, कार्तिकेय गोयल और इंद्रजीत चंद्रवाल को भी बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।

एडीजी एसआरपी कल्लूरी, एडीजी हिमांशु गुप्ता, एडीजी विवेकानंद सिन्हा, एडीजी प्रदीप गुप्ता, आईपीएस अमित कुमार, विवेक शुक्ल, रजनेश सिंह, अजातशत्रु बहादुर सिंह, शशि मोहन सिंह, लाल उमेंद्र सिंह, डीएसपी संजय सिंह, हेम प्रकाश नायक, डीएसपी निमेष बरैया की वापसी होगी।

कांग्रेस नेताओं के इशारे पर बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं पर लीक से हटकर कार्रवाई करने वाले अफसरों पर अब गाज गिरेगी। पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक राजेश मूणत ने इस संबंध में मीडिया के माध्यम से अफसरों को चेतावनी भी दी थी।

बीजेपी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस सरकार के करीबी रहे 30 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारियों की लिस्ट बनी है। उन पर एक्शन लिया जा सकता है। वर्तमान सरकार के करीबी रहे विश्वस्त सूत्रों के अनुसार ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल दिसंबर माह के तीसरे हफ्ते से शुरू हो सकता है।

नई सरकार में तेजी से फेरबदल होगा। सबसे ज्यादा बदलाव पुलिसिंग में देखने को मिलेगा। कुछ एडीजी को महत्वपूर्ण पोस्टिंग दी जाएगी। जानकारों के अनुसार तीन रेंज के आईजी और 14 जिलों के एसपी को आने वाले दिनों में बदला जाएगा। ट्रांसफर की जद में शहरी इलाकों के अफसरों के अलावा नक्सल बेल्ट में पदस्थ अफसर भी आएंगे।