
बिलासपुर/ रायपुर । छत्तीसगढ़ में बीजेपी की संभावित दूसरी सूची वायरल होने के बाद बवाल मच गया है। कार्यकर्ता प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। शनिवार को मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने MLA डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी का विरोध किया। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के बंगले का घेराव कर दिया।
कार्यकर्ताओं का कहना था कि 20 साल से एक ही चेहरे को बीजेपी मौका दे रही है। इस बार नए और युवा चेहरे को सामने लाना चाहिए। इसी तरह तखतपुर विधानसभा में भी संगठन के पदाधिकारियों ने जोगी कांग्रेस से बीजेपी में आए विधायक धर्मजीत सिंह को प्रत्याशी बनाने का विरोध किया है।

विधायक डॉ कृष्णमूर्ति बांधी को प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा से भड़के कार्यकर्ता।
रायपुर के भाजपा कार्यालय में घुसकर शनिवार को सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अकलतरा विधायक सौरभ सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। विधानसभा चुनाव के संभावित प्रत्याशियों की सूची में सौरभ सिंह का भी नाम है। अकलतरा विधायक को पार्टी फिर रिपीट करने का मूड बना रही है। मगर कार्यकर्ता नाराज हैं।
नए चेहरे को मौका देने की मांग
सीपत, मस्तूरी और मल्हार के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शनिवार को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव के बंगले का घेराव कर नारेबाजी की। सीपत के बीजेपी कार्यकर्ता तीजराम लाठिया, जयराम नगर के शिवानंद महाराज ने डॉ बांधी को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष होने की बात कही। इसके साथ ही नए चेहरे को मस्तूरी से टिकट देने की मांग की।

सीपत, मस्तूरी और मल्हार के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया अरुण साव के बंगले का घेराव।
नारेबाजी से भड़के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव
बीजेपी कार्यकर्ता जब नारेबाजी करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के बंगले पर पहुंचे, तब वो लोगों से मुलाकात कर रहे थे। उन्होंने नारेबाजी करता देख कार्यकर्ताओं पर काफी नाराजगी जताई।

नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं पर नाराज हुए अरुण साव।
पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं
अरुण साव ने कहा कि सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी लोग अपनी बात रखें, लेकिन नारेबाजी न करें। उन्होंने आश्वस्त किया कि पार्टी कार्यकर्ताओं की बातों पर विचार किया जाएगा।

कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने जताई नाराजगी।
तखतपुर में धर्मजीत सिंह का विरोध
वायरल सूची में जोगी कांग्रेस से बीजेपी में आए विधायक धर्मजीत सिंह को तखतपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा है। जिसके बाद तखतपुर के संगठन पदाधिकारियों ने विरोध शुरू कर दिया है। स्थानीय पदाधिकारियों ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि तखतपुर 50 साल से बीजेपी का गढ़ रहा है और यहां से पार्टी के विधायक रहे हैं।

तखतपुर के बीजेपी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन।
बाहरी लोगों की एंट्री से नाराजगी
कार्यकर्ताओं का कहना है कि जनसंघ से लेकर आज तक जनता ने बीजेपी प्रत्याशी को विधायक बनाया है। यहां पुराने कार्यकर्ता समर्पित होकर पार्टी के लिए मेहनत करते हैं। संगठन अपने प्रत्याशी को जिताने में सक्षम है, लेकिन क्षेत्र में बाहरी लोगों की एंट्री की खबर से नाराजगी स्वाभाविक है। कार्यकर्ताओं ने स्थानीय लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रत्याशी देने की मांग की है।

विधायक धर्मजीत सिंह को बाहरी बता रहे तखतपुर के बीजेपी कार्यकर्ता।
प्रदेश अध्यक्ष की चौपाल में दावेदारों की भीड़
शनिवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने लंबे समय बाद अपने बंगले में लोगों से मुलाकात की। इस दौरान ज्यादातर पदाधिकारी और कार्यकर्ता विधानसभा उम्मीदवारी के लिए अपनी बात रखने पहुंचे थे। इस दौरान पूरे समय साव दावेदारों से ही घिरे रहे। उन्होंने सबकी बातें सुनी और आश्वस्त किया कि उनकी बातों पर विचार किया जाएगा, लेकिन पार्टी जो भी उम्मीदवार तय करे, उसे जिताने के लिए सबको मेहनत करनी है।
पवन साय की रोकी गाड़ी
रायपुर के भाजपा कार्यालय में घुसकर शनिवार को सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अकलतरा विधायक सौरभ सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान प्रदेश कार्यालय में संगठन के महामंत्री पवन साय और अजय जमवाल मौजूद थे। उनकी कार को कार्यकर्ताओं ने घेर लिया और सामने ही नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा देखकर नेताओं ने गाड़ी आगे बढ़ाई और इसके बाद कुछ प्रतिनिधियों को मिलने के लिए बुलाया।
बड़े नेता हुए नाराज
अकलतरा से आए इन कार्यकर्ताओं का प्रतिनिधि मंडल बड़े नेताओं से मिलने पहुंचा। अंदर बातचीत हुई, कार्यकर्ताओं ने सौरभ सिंह की शिकायत की। जिस पर जामवाल और साय ने कार्यकर्ताओं को दोबारा इस तरह विरोध नहीं करने की हिदायत दी।
क्या बोले कार्यकर्ता ?
अकलतरा विधानसभा के कार्यकर्ता मनोज मिश्रा ने बताया कि विधायक सौरभ सिंह ने अकलतरा क्षेत्र में संगठन को बर्बाद करने का काम किया है। एक भी कार्यकर्ता नहीं चाहता कि उन्हें टिकट दी जाए। पार्टी चाहे किसी और को टिकट दे पर सौरभ सिंह स्वीकार्य नहीं हैं।
आरंग और बेमेतरा में भी हुआ विरोध
विरोध प्रदर्शन का यह पहला मामला नहीं है। दो दिन पहले ही आरंग से बड़ी तादाद में इसी तरह नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय पहुंचे थे। खुशवंत साहिब को टिकट न दिए जाने की मांग करने लगे। बेमेतरा से भी आए कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय में हंगामा कर चुके हैं।
समाज कर रहे अपनी मांग
गुजराती समाज और सिंधी समाज अपने समाज के प्रत्याशियों को टिकट देने की मांग को लेकर प्रदेश प्रभारी और चुनाव समिति के प्रमुख ओम माथुर को पत्र लिख चुका है। हालांकि अब तक पार्टी ने प्रत्याशियों की आधिकारिक सूची जारी नहीं की है, फिर भी संभावित नामों पर विवाद जारी है।