नई दिल्ली। दुनिया के महानतम स्पिनर्स में शुमार श्रीलंका के पूर्व स्पिन जादूगर मुथैया मुरलीधरन का मानना है कि आगामी विश्व कप के दौरान भारत की प्लेइंग-11 में दो स्पिनर पर्याप्त होंगे। मुथैया टीम में तीसरे स्पिनर को रखने के फैसले के सख्त खिलाफ दिखे। भारत ने विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम में तीन बाएं हाथ के स्पिनरों को शामिल किया है।
इनमें ऑर्थोडॉक्स स्पिनर रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल के साथ रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव शामिल हैं। मुरलीधरन ने एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान न्यूज एजेंसी पीटीआई से स्पेशल इंटरव्यू के दौरान कहा- केवल वेरिएशन लाने के लिए आप एक टीम में तीन स्पिनर नहीं खिला सकते। आप केवल दो को ही मौका दे सकते हैं। जडेजा एक ऑलराउंडर के रूप में खेलेंगे और उनके साथ एक और स्पिनर टीम में होगा।
कुलदीप और जडेजा आइडियल कॉम्बिनेशन
कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा – फोटो : सोशल मीडिया
टेस्ट में रिकॉर्ड 800 विकेट लेने वाले मुरलीधरन का मानना है कि भारत के प्लेइंग-11 में कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा एक आइडियल कॉम्बिनेशन होंगे। उन्होंने कहा, ”आपको देखना होगा कि सही कॉम्बिनेशन क्या है। अगर टीम मैनेजमेंट जडेजा और कुलदीप को मौका देता है, तो यह ठीक है, क्योंकि आपके पास एक ऑफ स्पिनर और एक रिस्ट स्पिनर होगा।” युजवेंद्र चहल को 15 सदस्यीय भारतीय टीम में शामिल नहीं करने पर हो रहे बहस पर मुरलीधरन ने कहा कि उनके हिसाब से यह सही फैसला है। मुरलीधरन को लगता है कि यह सही फैसला है क्योंकि कुलदीप और रिजर्व स्पिनर अक्षर पटेल दोनों चहल की तुलना में बेहतर लय में दिख रहे हैं।
चहल और अश्विन को लेकर यह बोले मुथैया
उन्होंने कहा, “मैं (रविचंद्रन) अश्विन और (युजवेंद्र) चहल की मौजूदा फॉर्म के बारे में नहीं जानता। टी20 से खिलाड़ी की फॉर्म को मत आंकिए। टी20 अलग है और वनडे अलग है। आपको इस बात पर भी ध्यान देने की जरूरत है कि कुलदीप और अक्षर ने चहल से बेहतर प्रदर्शन किया है।” मुरलीधरन ने कहा कि चहल अगर लिस्ट ए क्रिकेट खेलते तो उन्हें थोड़ी मदद मिल सकती थी। चहल को वेस्टइंडीज दौरे के लिए वनडे और टी20 दोनों के लिए चुना गया था, जहां उन्हें सिर्फ टी20 में मौका दिया गया था। हालांकि, वह घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेल सकते थे, क्योंकि देवधर ट्रॉफी टूर्नामेंट कैरेबियाई दौरे के दौरान ही पड़ा था।
‘चहल को घरेलू टूर्नामेंट खेलना चाहिए’
मुरलीधरन ने सवाल पूछते हुए कहा, “मुझे उनके अनुभव पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन क्या चहल घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं? यदि नहीं तो आप उन्हें कैसे चुन सकते हैं? मेरे हिसाब से अगर वह घरेलू वनडे क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं, तो आप उन्हें कैसे चुन सकते हैं?” चहल ने आखिरी बार इस साल जनवरी में भारत के लिए वनडे मैच खेला था और मुरलीधरन ने कहा कि अगर उन्हें चुना जाता तो चयनकर्ताओं को आलोचना का सामना करना पड़ता।
‘जो टीम में चुने गए वह मेरी पहली पसंद’
मुरलीधरन ने कहा, “चहल ने अगर हाल फिलहाल में घरेलू और वनडे क्रिकेट नहीं खेला है, तो आप उन्हें नहीं चुन सकते। अगर वह प्रदर्शन नहीं करते हैं तो क्या होगा? हर कोई चयनकर्ताओं से पूछेगा कि आपने ऐसे खिलाड़ी को क्यों चुना जिसने पिछले छह महीनों में एक भी वनडे नहीं खेला है। मुथैया ने कहा कि जिन तीन स्पिनरों को भारतीय टीम में चुना गया है वे पहली तीन पसंद थे। उन्होंने कहा, “मेरे लिए जडेजा, अश्विन और कुलदीप ही पहनी तीन पसंद हैं। चहल को घरेलू वनडे टूर्नामेंट खेलना होगा और प्रदर्शन करना होगा, तभी वह टीम में आ सकते हैं। यदि वह घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेलते हैं और केवल आईपीएल खेलते हैं, तो यह गलता है।
अश्विन ने आखिरी बार जनवरी 2022 में वनडे मैच खेला था और अक्षर पिछले कुछ समय से 50 ओवर के सेट-अप का हिस्सा रहे हैं। मुरलीधरन ने कहा, ”हो सकता है, चयनकर्ताओं ने सोचा हो कि अक्षर पटेल ने अच्छा प्रदर्शन किया है इसलिए अश्विन को मौका नहीं मिला, लेकिन कॉम्बिनेशन के लिहाज से एक बाएं हाथ का स्पिनर, एक ऑफ स्पिनर और एक लेग स्पिनर का होना हमेशा बेहतर होता है।
‘विराट और रोहित में काफी क्रिकेट बाकी है’
मुरलीधरन ने कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा में काफी क्रिकेट बाकी है। उन्होंने कहा, “कोहली और रोहित भारत के दो सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं और अभी भी वे कुछ समय तक खेल सकते हैं। आप यह क्यों कह रहे हैं कि यह वर्ल्ड कप उनका आखिरी होगा? विराट अभी लगभग 34 साल के हैं। उनके पास अगले पांच साल का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट है। रोहित 36 साल के हैं। मीडिया यह नहीं कह सकता कि ये लोग अब हटने वाले हैं। यह उन्हें तय करना है कि क्या उन्होंने पर्याप्त क्रिकेट खेला है।
रोहित शर्मा और विराट कोहली – फोटो : सोशल मीडिया
मुरलीधरन ने कहा कि विश्व कप जीतने के लिए खिलाड़ियों को कई त्याग करने पड़ते हैं और किसी टीम में केवल कुछ खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करना गलत होगा। उन्होंने कहा, “प्रत्येक क्रिकेटर यह सोचेगा कि विश्व कप उनके करियर में सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में से एक होगा। लेकिन विश्व कप में खेलना एक बात है, भाग लेना एक बात है और जीतना एक अलग बात है। हर कोई जीतने के लिए उत्सुक है। यह हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है। सिर्फ विराट और रोहित के लिए नहीं, यह एक टीम द्वारा खेला जाने वाला खेल है। आपको हर किसी से उम्मीद करनी होगी।
मुरलीधरन ने तीन विश्व कप फाइनल खेले
मुरलीधरन ने अपने करियर में तीन वनडे विश्व कप फाइनल खेले हैं। 1996 में उनकी टीम ने जीत हासिल की थी। इसके बाद वह 2007 और 2011 में फाइनल में पहुंचने वाली श्रीलंकाई टीम का भी हिस्सा रहे थे। उन्होंने कहा कि एशियाई टीमों को पिछले दो संस्करणों के विजेताओं इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की तुलना में अनुकूल परिस्थितियों का फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा, “पिछली बार इंग्लैंड ने घरेलू मैदान पर जीत हासिल की थी, लेकिन अब वे टी20 में न्यूजीलैंड से हार रहे हैं। भारत और पाकिस्तान के पास अच्छा मौका होगा। श्रीलंका अच्छा खेल रहा है और बांग्लादेश भी। एशियाई देशों के पास अच्छा मौका है।”
‘भारत के पास विश्व कप जीतने का अच्छा मौका’
हालांकि, मुरलीधरन ने भारत को दूसरों की तुलना में घरेलू मैदान पर अच्छा करने का समर्थन किया। उन्होंने कहा, ”हर टीम की अपनी ताकत और कमजोरियां होती हैं। विश्व कप कुछ ऐसा है जिसकी कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकता। जब आप नॉकआउट में आते हैं तो यह बहुत कठिन होता है। सभी टीमें अच्छी हैं। उन्होंने हाल फिलहाल के मैचों से अपने बेस को कवर कर लिया होगा, लेकिन अगर आप मुझसे पूछें तो भारत के पास बेहतर मौका है, क्योंकि वे घर पर खेल रहे हैं।
पांच अक्तूबर से शुरू हो रहा है वर्ल्ड कप
टेस्ट में 800, वनडे में 534 और टी20 में 13 विकेट लेने वाले मुरलीधरन ने कहा कि अगर वनडे अपनी प्रासंगिकता खो देगा और धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा तो क्रिकेट उबाऊ हो जाएगा। उन्होंने कहा, “यह आईसीसी पर निर्भर करता है। उन्हें फैसला करना होगा कि क्या वे चाहते हैं कि टीमें खेलती रहें। अगर वनडे क्रिकेट नहीं होगा तो क्रिकेट उबाऊ हो जाएगा।” वनडे विश्व कप का आगाज पांच अक्तूबर से होने जा रहा है। पहला मैच अहमदाबाद में डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। वहीं, भारत-पाकिस्तान के बीच महामुकाबला 14 अक्तूबर को अहमदाबाद में ही खेला जाएगा। फाइनल 19 नवंबर को होगा।