दुर्ग। जिले में एक घर के स्टोर रूम में जलती हुई लाश का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। घर से एक शादीशुदा महिला भी लापता थी। जिसने प्रेमी के साथ मिलकर अपनी मौत की कहानी रची थी। जिसके लिए एक लाश को भी उसके घर लाकर जला दिया गया। वारदात में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मामला मोहन नगर थाना इलाके का है जहां, गिरधारी नगर वार्ड में 15 और 16 की दरम्यानी रात भूपेंद्र यादव के घर के बाहर बने स्टोर रूम में आग लगी थी। अचानक धमाके की भी आवाज आई जिसके बाद भूपेंद्र यादव की भाभी मधु यादव ने उठकर देखा और सभी को बताया। आग पर काबू पाने के दौरान एक लाश भी जलती मिली थी। यह शव बुरी तरह से जल चुका था।
इसी बीच मधु यादव की देवरानी सुप्रिया यादव अपने कमरे में नहीं थी। लोगों को यह भी शक हुआ कि, कहीं यह लाश सुप्रिया यादव की तो नहीं, क्योंकि वहीं उसकी चुड़ियां और बिछिया भी पड़ी थी। जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। आग पर काबू पाकर पुलिस जांच में जुट गई।
सुप्रिया के मायके से मिली जानकारी
जांच में जुटी पुलिस को 16 अगस्त रात करीब 8 बजे सुप्रिया के मायके गंड़ई से जानकारी मिली कि सुप्रिया यादव खैरागढ़ और जालबांधा के बीच बेहोशी की हालत में मिली है। इससे उसके जिंदा होने की पुष्टि हो गई, लेकिन लाश किसकी थी यह अब तक नहीं पता चल पाया। जिसके बाद सुप्रिया यादव को तलब कर पूछताछ की गई तो पूरा खुलासा हो गया। सुप्रिया ने बताया कि अपने पति भुपेन्द्र यादव, दो बच्चों, सास और जेठ जेठानी के साथ संयुक्त परिवार में रहती थी। सास से खरी-खोटी सुनाने और मायके गंडई में पहले से ही प्रेम-प्रसंग होने की भी बात कही।
सुप्रिया ने अपनी मौत की कहानी बनाई
सुप्रिया ने बताया कि, व गंडई में क्लिनिक और मेडिकल स्टोर संचालक उमेश साहू से प्यार करती है। जिसके साथ मिलकर अपनी मौत की कहानी बनाई। जिससे उसका अस्तित्व खत्म हो जाए और वह प्रेमी के साथ रह सके। उमेश साहू बी.फार्मा की परीक्षा के दौरान दुर्ग पहुंचा था तभी सुप्रिया के साथ मिलकर उसने साजिश रची।
आरोपी ने फ्रिज में रखी लाश
इसी दौरान उमेश साहू ने गण्डई स्थित अपने क्लिनिक में लंबे समय से इलाज करा रही 90 साल की सुरजा बाई मरकाम की 14 अगस्त को गला घोंटकर हत्या कर दी। उसके बाद लाश बोरे में भरकर उमेश ने मेडिकल स्टोर के फ्रिज में भी रख दी थी और अपने एक दोस्त प्रदीप जंघेल को भी बताया। जिसके बाद दोस्त के ही साथ अपने भाई की कार में 15 अगस्त की रात डिक्की में शव रखा और दुर्ग पहुंच गया।
साजिश के मुताबिक सुप्रिया के घर के पीछे दरवाजे से रात 1 बजे दोनों पहुंचे और सुप्रिया को भी बुलाया। फिर तीनों ने मिलकर स्टोर रूम में बुजुर्ग की लाश पेट्रोल डालकर जला दी और 2 बजे गंडई रवाना हो गए। उमेश साहू के मेडिकल स्टोर में ही सुप्रिया ने रात गुजारी।
बच्चों की याद आने पर बनाई मनगढ़ंत कहानी
सुबह होते ही सुप्रिया यादव को अपने बच्चों की याद आने पर उसने प्रेमी से दुर्ग जाने की जिद की। जिस पर प्रेमी उमेश साहू ने उसे खैरागढ में ही छोड़ दिया। जहां सुप्रिया ने एक घर में जाकर बेहोशी की कहानी बनाई और दूसरे लोगों से पुलिस तक यह जानकारी पहुंचाई। पुलिस ने सुप्रिया से पूछताछ के बाद सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।