नूंह। विश्व हिंदू परिषद ने बुधवार को हरियाणा के नूंह हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार गोरक्षक बिट्टू बजरंगी से किनारा कर लिया है। संगठन ने बयान जारी करते हुए कहा कि बजरंग दल का कार्यकर्ता बताया जाने वाला राजकुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी का बजरंग दल से कभी कोई संबंध नहीं रहा है। बिट्टू द्वारा कथित तौर पर जारी किए गए वीडियो को संगठन उचित नहीं मानता है। बुधवार को बिट्टू बजरंगी को हरियाणा की नूंह जिला अदालत में पेश किया गया। जहां से कोर्ट ने उसे एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी को मंगलवार को मेवात सीआईए पुलिस ने फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। पहले खबर आई थी कि उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस ने भी शुरू में यही बताया कि बिट्टू को केवल पूछताछ के लिए उठाया गया है। अब जानकारी आई है कि बिट्टू को नूंह हिंसा से पहले भड़काऊ वीडियो जारी करने के आरोप में पकड़ा गया है।
बिट्टू बजरंगी को उषा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नूंह की शिकायत पर दर्ज हुए मुकदमा नंबर 413 दिनांक 15 अगस्त 2023 धारा 148, 149, 332, 353, 186, 395, 397, 506 आईपीसी व आर्म्स एक्ट के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद बुधवार को बिट्टू को कोर्ट में पेश किया गया।
इससे पहले बिट्टू बजरंगी ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में दावा किया था कि नूंह में शोभा यात्रा के उपद्रवियों ने साजिश के तहत दंगा किया। बिट्टू ने बताया कि उसे कई दिनों से सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी मिल रही थी। उसे मेवात आने को लेकर धमकाया जा रहा था। इसलिए उसने वीडियो पोस्ट कर आने की बात कही थी। उसे नहीं पता था कि उपद्रवियों ने इस तरह की तैयारी कर रखी थी।