त्रिनिदाद। भारत ने तीसरे और आखिरी वनडे में वेस्टइंडीज को 200 रन से हराकर तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम की। मैच के बाद स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने कहा कि विश्व कप से पहले भारत को युवाओं को मौका देने के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे और तीसरे वनडे के लिए रोहित शर्मा और विराट कोहली को आराम देने की जरूरत पड़ी। कप्तान रोहित और पूर्व कप्तान कोहली को सीरीज के अंतिम वनडे में एक बार फिर आराम दिया गया। दूसरे वनडे में रोहित-विराट की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया को वेस्टइंडीज ने 49 रन से हराया था।
हार्दिक ने कहा, ‘विराट और रोहित टीम का अभिन्न हिस्सा हैं। ऋतुराज गायकवाड़ और अक्षर पटेल जैसे किसी खिलाड़ी के लिए एक मैच खेलना और मैच प्रैक्टिस हासिल करना बहुत महत्वपूर्ण था। वे इतने वर्षों से क्रिकेट खेल रहे हैं और उन्हें पता है कि इन परिस्थितियों में कैसे बल्लेबाजी करनी है। हार्दिक ने मैच के बाद प्रेजेंटेशन समारोह में कहा, ‘युवाओं को एक्सपोजर दिया जा रहा है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अगर हम कुछ प्रयोग करना चाहें तो हमारे पास ऐसा करने का अवसर होगा या नहीं।’
पहले दो मैचों में फेल रहने के बाद, हार्दिक ने सीरीज के निर्णायक तीसरे वनडे में 52 गेंदों में नाबाद 70 रनों की पारी खेली और उन्होंने इसका श्रेय विराट कोहली को दिया है। हार्दिक ने मदद करने के लिए कोहली को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, ‘कुछ दिन पहले मेरी विराट के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई थी और जिस तरह का इनपुट उन्होंने मुझे दिए, उन्होंने मुझे इतने वर्षों तक देखा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगभग सात या आठ साल हो गए हैं और उन्होंने मुझे पहले दिन से ही देखा है।’
हार्दिक ने कहा, ‘विराट बस यह चाहते थे कि मैं क्रीज पर कुछ समय बिताऊं और 50 ओवर के खेल का अनुभव हासिल करूं। उन्होंने कुछ बेहतरीन टिप्स दिए थे। यह बात मेरे दिमाग में रही। मैं बस मौके मिलने का इंतजार कर रहा था और एक बार जब मुझे लय मिल गई तो मैं उस पर अमल करने को तैयार हूं। जब कभी एक भी गेंद मेरे बल्ले के बीचो बीच लगती है, तो चीजें बहुत अलग हो जाती हैं। मैंने अपने पूरे करियर में ऐसा देखा है।’
दूसरे वनडे में हार का सामना करने के बाद भारत पर सीरीज हार का खतरा मंडरा रहा था। हार्दिक ने कहा- एक कप्तान के रूप में मैं इस तरह के मैचों का इंतजार करता हूं, जहां कुछ न कुछ रिस्क पर हो। हम जानते थे कि अगर हम असफल रहे, तो कुछ निराशा होगी। जिस तरह से लड़कों ने मैदान पर प्रदर्शन किया और मैच का आनंद लिया, यह कुछ ऐसी चीज है जो मैं हमेशा इस टीम में देखना चाहता हूं। दबाव की स्थिति में उन्हें इसे झेलना होगा, लेकिन इसका आनंद भी उठाना होगा। उन्हें मानना होगा कि बिना दबाव के आप ऐसा कर सकते हैं।
अंतिम वनडे में पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर भारत ने पांच विकेट गंवाकर 351 रन बनाए। शुभमन गिल ने 92 गेंदों में 85 रन बनाए और फॉर्म में चल रहे ईशान किशन (64 गेंदों में 77 रन) के साथ मिलकर एक बड़े स्कोर के लिए मंच तैयार किया। संजू सैमसन (41 गेंदों में 51 रन) ने मध्यक्रम में एक अच्छी पारी खेली, जबकि हार्दिक ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए पांच छक्के और चार चौके लगाए। जवाब में शार्दुल ठाकुर के चार और मुकेश कुमार के तीन विकेटों ने वेस्टइंडीज की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। मेजबान टीम 35.3 ओवर में 151 रन पर सिमट गई।
भारत के तेज गेंदबाजों के बारे में हार्दिक ने कहा- गेंद हरकत कर रही थी। जब आप 350 रन का पीछा कर रहे होते हैं, तो बल्लेबाज अच्छी गेंदों पर भी रन बनाने की कोशिश करते हैं और आउट हो जाते हैं। हमारे साथ भी यही हुआ। शुभमन ने भी कुछ अच्छे कैच पकड़े। आखिरी में विंडीज के लिए अल्जारी जोसेफ और गुडाकेश मोती ने जरूर 55 रन की साझेदारी निभाई और इसी वजह से मैच 36वें ओवर तक पहुंचा। मैच तो पावरप्ले में ही खत्म हो चुका था।