छत्तीसगढ़ :रमन राज में 1667 करोड़ का घोटाला हुआ, 17 हजार गायों की मौत हुई, बीजेपी के गोबर घोटाले के आरोप पर कांग्रेस का पलटवार

रायपुर : छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर 1300 करोड़ रुपए के गोबर घोटाला करने का आरोप लगाकर इस मामले में CBI जांच की मांग की है। जिसके तुरंत बाद कांग्रेस ने पीसी करके 2018 के पहले की रमन सरकार पर गौशाला के नाम पर 1667 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है।

कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, रमन राज में गौशालाओं के नाम पर 1667 करोड़ रुपए बीजेपी ने डकार लिए। उनके कार्यकाल के 15 सालों में 17 हजार से ज्यादा गायों की मौतें भूख से, बिना चारा पानी के तड़पकर हुई।

कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। भाजपा राज्य सरकार के जनहित के कामों का विरोध नहीं कर पा रही है तो सफल योजनाओं में झूठे आरोप लगाकर अपनी भड़ास निकालती है।

कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में 9 हजार 790 गोठान बनाकर राज्य के पशुओं के संरक्षण उनकी देख रेख का प्रयास किया है। ये पूरी योजना गांव वालों के सहयोग, ग्रामवासियों के द्वारा बनाई गई गोठान समितियों और स्व सहायता समूह की महिलाओं के जरिए संचालित होती है। बीजेपी इस योजना पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाकर ग्रामवासियों की निष्ठा और ईमानदारी पर सवाल खड़ा कर रही है।

कांग्रेस ने लगाया बीजेपी पर आरोप

  • 15 साल में गौशाला के नाम से सरकारी जमीनों को आवंटित कर निजी उपयोग किया।
  • 15 साल तक गौशालाओं को प्रतिदिन आहार के नाम पर 115 गौशालाओं को प्रतिदिन 28 लाख 75 हजार रुपए से अधिक राशि दी जाती थी।
  • इसकी कुल राशि होती है एक साल में 1 अरब 4 करोड़ 93 लाख 75 हजार और 15 साल में 1560 करोड़ रुपए गौशालाओं में चारा के नाम पर दिया गया।
  • 20 हजार रुपए पशुओं की दवाइयों के लिए हर माह दिया जाता था। हर गौशाला को एक साल में 2 लाख 40 हजार रुपए दिया गया।
  • 115 गोशाला को एक साल में दवाई के नाम से 2 करोड़ 76 लाख रुपए, और 15 साल में 41.5 करोड़ रुपए के करीब दिया गया।
  • शेड निर्माण, बोरवेल, बिजली व्यवस्था के अलावा अन्य खर्चों के नाम से 76 करोड़ रुपए का बंदरबांट किया।
  • गौशाला को लगभग 5 से 10 एकड़ सरकारी जमीन आवंटित किया गया। 15 साल में लगभग 1000 एकड़ से अधिक की जमीन, भाजपा नेताओं ने गौशाला के नाम से लिया और निजी उपयोग किया।
  • रमन राज में 17000 से अधिक गायों की मौतें हुई थी जिसके लिये हमने विपक्ष में रहते हुए आंदोलन किया था।