छत्तीसगढ़: अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष-सत्ता पक्ष में तीखी नोंकझोंक, सीएम बघेल बोले- ‘आईने में ये लोग अपना चेहरा देखते हैं कि कितनी कालिख पुती है’

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। भाजपा ने 109 बिंदुओं के आरोप पत्र के सहारे सरकार को घेरने के लिए वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल को पहले वक्ता के रूप में उतारा। करीब डेढ़ घंटे की चर्चा में अग्रवाल के एक-एक आरोपों का सत्ता पक्ष के विधायकों ने जवाब दिया। विपक्ष ने जहां नग्न प्रदर्शन के बहाने सरकार को घेरा, तो सत्ता पक्ष ने मणिपुर की घटना की याद दिलाई। सदन में भाजपा विधायकों की अशोभनीय टिप्पणी को विलोपित भी किया गया।

भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इस सरकार में कोई भी खुश नहीं है। ये अंतर्विरोधों से घिरी सरकार है। ये सरकार है कि सर्कस है। मंत्री रविंद्र चौबे ने जवाब दिया कि आज भूपेश हैं तो भरोसा है। भाजपा विधायकों के आरोपों के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। भाजपा विधायकों की आपत्तिजनक टिप्पणी पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पिछड़े वर्ग के लिए भाजपा की मानसिकता क्या है? यह बृजमोहन अग्रवाल के कहने से दिख रहा है। उन्होंने मुझे कहा, ए भूपेश बघेल, इससे इनकी मानसिकता साफ दिखाई देती है। मैं पिछड़े वर्ग से आता हूं, इसलिए माननीय मुख्यमंत्री बोल कर संबोधित नहीं कर रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में मंहगाई कम करने का वादा किया था। रसोई गैस की क़ीमत बढ़ने पर एक तख्ता गले में डालकर एक केन्द्रीय मंत्री घूमती थीं। अब क्या हुआ? लगातार वादाखिलाफी भाजपा सरकार ने किया। किसानों की आय दोगुनी करने, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने, खाते में पंद्रह लाख भेजने का वादा इन्होंने किया था। आईने में ये लोग अपना चेहरा देखते हैं कि कितनी कालिख पुती है। उन्होंने कहा कि इसी सदन में छत्तीस हजार करोड़ रुपए के नान घोटाले पर चर्चा हुई थी। ये घोटाला किसने किया था। पनामा घोटाला, अगस्त वेस्टलैंड घोटाले में किसका नाम था। स्काई वाक में कितना घोटाला हुआ। प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले किसने किया। इसकी जांच चल रही है, हकीकत उजागर हो जाएगा। गोबर खरीदी हमने शुरू की, आज उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड में खरीदी की जा रही है। छत्तीसगढ़ का गोधन न्याय योजना देश में चर्चित हो गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नाम से योजना है फिर आवास योजना की पूरी राशि केंद्र को दिया जाना चाहिए। स्वामी आत्मानंद स्कूल घोटाले का ज़िक्र भी आरोप पत्र में हैं। हमने सात सौ से ज्यादा आत्मानंद स्कूल खोले हैं। गरीबों के बच्चे आत्मानंद में पढ़ रहे हैं। तीन लाख से अधिक बच्चों का एडमिशन हुआ है। भाजपा नेताओं ने स्कूल में एडमिशन के लिए चिट्ठी लिखी है। यह स्कूल आने वाले समय में माइलस्टोन साबित होगा। रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाया, छत्तीसगढ़िया ओलंपिक शुरू किया, पारंपरिक खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है।

भाजपा के राम वोट के राम, हमारे राम समरसता के

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा के राम वोट के राम है, हमारे राम समरसता के राम हैं। प्रेम के राम हैं। इसके बाद सत्ता पक्ष के विधायकों ने सदन में जय सियाराम के नारे लगाए। विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि कालनेमी भी भगवान श्रीराम का नाम जपा करता था। राम को लेकर कोर्ट में किसने याचिका लगाई थी?

सरकार से कोई भी खुश नहीं, अंतर्विरोधों से घिरी है सरकार

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार जब गूंगी-बहरी हो जाती है। राज्य का नौजवान जब नंगा हो जाता है, तो कैसी स्थिति होती है। सड़कों पर लोग निर्वस्त्र होकर घूम रहे है। क्या पूरा इंटेलिजेंस नपुंसक हो गया? ऐसी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएं तो और क्या लाएं। ये अंग्रेजों से भी बदतर सरकार है, जिसने नग्न प्रदर्शन करने वाले युवाओं को ही जेल भेज दिया। देश के इतिहास में क्या कभी ऐसी कोई घटना घटित हुई है।

औपचारिकता के लिए लाया गया अविश्वास प्रस्ताव: चौबे

रविन्द्र चौबे ने कहा कि दिल्ली में पहलवानों के साथ क्या हुआ है? मणिपुर में महिलाओं के साथ क्या हुआ है, ये बताएंगे। विपक्ष की ओर से सदन में निर्वस्त्र महिला की फोटो दिखाई जाती है। लेकिन जब मणिपुर की घटना का ज़िक्र होता है। झलियामारी में क्या हुआ था, ये हमने देखा है, लेकिन आज भूपेश हैं तो भरोसा है और भाजपा है तो धोखा है। विपक्ष ने औपचारिकता के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया है। मैं 35 साल सदन में रहा हूं, लेकिन इतना खोखला अविश्वास प्रस्ताव मैंने आज तक नहीं देखा। ये पूरे आरोप असत्य का पुलिंदा है।