दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने गुरुवार को आईसीसी टूर्नामेंट्स में पुरुष और महिला टीमों के लिए एक समान प्राइज मनी (पुरस्कार राशि) की घोषणा की है। साथ ही टेस्ट क्रिकेट में ओवर-रेट प्रतिबंधों में भी बदलाव किया है। यानी अब आने वाले आईसीसी टूर्नामेंट्स में जो राशि पुरुषों को दी जाएगी, वही राशि महिलाओं को भी उनके टूर्नामेंट में भी दी जाएगी। फिलहाल होने वाले आईसीसी इवेंट्स में इस साल भारत में आयोजिन होने वाला वर्ल्ड कप है। वहीं, अगले साल वेस्टइंडीज-यूएसए की सहमेजबानी में टी20 वर्ल्ड कप खेला जाएगा। वहीं, महिलाओं में आने वाले आईसीसी टूर्नामेंट्स में अगले साल होने वाला महिला टी20 वर्ल्ड कप ही है, जो कि बांग्लादेश में खेला जाएगा।
अब पुरुषों के वर्ल्ड कप में जो राशि टीमों को टूर्नामेंट जीतने पर या सेमीफाइनल में पहुंचने पर या कोई एक मैच जीतने पर दी जाती है, वही राशि महिलाओं को फाइनल जीतने पर या सेमीफाइनल में पहुंचने पर या एक मैच जीतने पर दी जाएगी। यह हर टूर्नामेंट में बराबर होगा। यानी वनडे वर्ल्ड कप के लिए पुरुषों और महिलाओं की पुरस्कार राशि बराबर की होगी। इसी तरह वनडे वर्ल्ड कप के साथ भी होगा। यह फैसला दक्षिण अफ्रीका के डरबन में आयोजित आईसीसी वार्षिक सम्मेलन के दौरान लिया गया। यह 2030 तक पुरस्कार राशि समानता हासिल करने के आईसीसी के प्रयास का अहम हिस्सा है।
आईसीसी के चेयरमैन ग्रेग बार्कले ने कहा, “यह हमारे खेल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है और मुझे खुशी है कि आईसीसी वैश्विक आयोजनों में हिस्सा लेने वाले पुरुष और महिला क्रिकेटरों को अब समान रूप से पुरस्कृत किया जाएगा। 2017 के बाद से हमने एक जैसी पुरस्कार राशि तक पहुंचने पर स्पष्ट ध्यान दिया है। साथ ही हर साल महिलाओं की प्रतियोगिताओं में पुरस्कार राशि बढ़ाई है और अब से आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप जीतने पर आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप जीतने पर एक जैसी पुरस्कार राशि ही मिलेगी। टी20 विश्व कप और अंडर19 के लिए भी यही स्थिति है। क्रिकेट सभी के लिए एक है और आईसीसी बोर्ड का यह फैसला इसकी पुष्टि करता है।”
आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 2020 और 2023 में विजेता और उपविजेता को एक ही इनामी राशि मिली थी। इन दोनों साल विजेता टीम को एक मिलियन डॉलर और पांच लाख डॉलर मिले, जो 2018 में दी गई राशि का पांच गुना था। वहीं, आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2022 के लिए पुरस्कार राशि भी 3.5 मिलियन डॉलर थी, जो कि इंग्लैंड में 2017 में खेले गए टूर्नामेंट से 1.5 मिलियन डॉलर ज्यादा थी। 2017 में विजेता टीम को 2 मिलियन डॉलर मिले थे।