नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा संगठन को चुस्त दुरुस्त करने में जुट गई है। मंगलवार को केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को तेलंगाना का प्रदेश अध्यक्ष बनाने के बाद कुछ और केंद्रीय मंत्रियों को संगठन में भेजे जाने की तैयारी है। भावी बदलाव पर बुधवार को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संघ के सर सह कार्यवाह और पार्टी-संघ के बीच समन्वयक की भूमिका निभा रहे अरुण कुमार से भी चर्चा की है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि चूंकि नौ महीने बाद लोकसभा चुनाव है, ऐसे में बदलाव के जरिये संगठन को मजबूत बनाने को प्राथमिकता दी जा रही है। चार प्रदेशों के अध्यक्ष बदलने के बाद अब कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात सहित छह राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी। इसके बाद केंद्रीय संगठन में व्यापक बदलाव के बाद मानसून सत्र से पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव किया जाएगा।
नड्डा से मिले मांडविया, प्रहलाद और सिंधिया
बुधवार को नड्डा और सर सह कार्यवाह अरुण कुमार के बीच करीब एक घंटे बातचीच हुई। माना जा रहा है कि इस दौरान नड्डा ने अब तक हुए बदलाव और भावी बदलावों की जानकारी उन्हें दी। नड्डा मांडविया, प्रहलाद सिंह पटेल और ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी मिले। मंगलवार को आधा दर्जन केंद्रीय मंत्रियों निर्मला सीतारमण, भूपेंद्र यादव, किरेन रिजिजू, गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल और एसपी सिंह बघेल ने नड्डा से मुलाकात की थी।
मांडविया को मिल सकती है गुजरात की कमान
पार्टी नेतृत्व ने मजबूत चुनावी तैयारी के लिए कुछ केंद्रीय मंत्रियों को संगठन की जिम्मेदारी दिए जाने का फैसला किया है। इस क्रम में केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया या पुरुषोत्तम रुपाला को गुजरात, प्रहलाद पटेल या नरेंद्र सिंह तोमर को मध्य प्रदेश संगठन की कमान दी जा सकती है। इसके अलावा कुछ मंत्रियों को केंद्रीय संगठन में नई जिम्मेदारी दी जाएगी।