रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के 60 हजार कर्मचारी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों ने यह हड़ताल मंगलवार से शुरू की है, जिसके चलते स्वास्थ्य व्यवस्था पर संकट आ गया है।
इधर, हड़ताल के दूसरे दिन प्रदेश के सबसे बड़े डॉ.भीमराव अंबेडकर सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने पहुंचे कई मरीज सुविधाओं के लिए भटकते रहे। DKS सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल में भी कमोबेश यही हाल रहा। यहां भी आउटसोर्सिंग नर्सिंग स्टाफ के साथ मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष आलोक मिश्रा ने बताया कि कर्मचारी लंबे समय से वेतन विसंगति दूर करने, नियमितीकरण, 13 माह का वेतन, 4 लेयर वेतनमान और प्रमोशन, पदनामों में परिवर्तन,भ्रष्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिसकी शिकायत संघ की ओर से की गई है, उसे हटाया जाए। इसके अलावा आयुष विभाग में नई भर्तियों की जगह अंशकालिक कर्मचारियों को पूर्णकालिक किया जाए।
आंदोलन कर रहे कर्मचारियों में नियमित कर्मचारियों के साथ संविदा, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी, स्टाफ-नर्स, टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट और वाहन चालक शामिल है।
इमरजेंसी सेवाओं में काम कर रहे कर्मचारी हड़ताल से अलग
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी मुकेश टंडन ने बताया कि इमरजेंसी सेवाओं जैसे अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई यूनिट के कर्मचारी, ऑपरेशन थिएटर, ट्रामा यूनिट आईसीयू में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को हड़ताल से अलग रखा गया है। इसके साथ ही पानी और बिजली जैसे बेसिक मेंटेनेंस की व्यवस्था संभाल रहे कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल नहीं है।
DKS में सर्जरी कम हुई
DKS सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में आम दिनों में प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, न्यूरो और स्पाइन जैसी 20 सर्जरी होती है, लेकिन हड़ताल के पहले दिन ये संख्या कम होकर 7 हो गयी। वहीं दूसरे दिन 8 सर्जरी ही हो सकी। DKS अधीक्षक शिप्रा शर्मा ने बताया कि हड़ताल की वजह से पहले दिन परेशानी अधिक हुई थी, लेकिन आउटसोर्सिंग कमर्चारियों को ड्यूटी में लगाया गया है। फिलहाल ऑपरेशन की संख्या बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। कुछ स्टाफ ने हड़ताल से वापस आने के लिए प्रबंधन से संपर्क भी किया है।
CHMO ने कहा-सब व्यवस्था सुचारू है
उधर, रायपुर के सीएमएचओ डॉ मिथिलेश चौधरी ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों के इस हड़ताल पर जाने की सूचना मिलते ही मरीजों को कोई परेशानी न हो, इसकी वैकल्पिक व्यवस्था कर ली गई है। डॉक्टर्स और पैरामेडिकल की टीम पूरी तरह तैनात हैं। आपातकालीन सेवा में भी अतिरिक्त स्टाफ की ड्यूटी लगा दी गई है। इसके अलावा प्राइवेट नर्सिंग कॉलेज से भी मदद ली गई है। फिलहाल हम लगातार अस्पताल में जाकर मरीजों को कोई तकलीफ न हो इसकी जांच कर रहे हैं।