बिलासपुर: स्टूडेंट मर्डर केस में ऑटो चालक की पहचान, यश को छोड़ने वाला बोला-जबरदस्ती बैठाया गया था छात्र को

बिलासपुर। UPSC की तैयारी कर रहे अंबिकापुर के छात्र यश साहू हत्याकांड में आखिरकार पुलिस ने उसे छोड़ने वाले ऑटो ड्राइवर की पहचान कर ली है। चालक ने पुलिस को बताया कि छात्र को जबरदस्ती ऑटो में बैठाया गया था। वह रास्ते में बार-बार उल्टी कर रहा था, जिससे दूसरे यात्री परेशान हो गए, तब उसने गुंबर पेट्रोल पंप के पास रोड किनारे उसे छोड़ दिया।

इधर, छात्र के परिजनों ने पुलिस पर मामले को जांच के बहाने उलझाने का आरोप लगाया है। साथ ही सवाल किया है कि जिस कार की पुलिस ने जब्ती बनाई है। उसके मालिक के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई है।

हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने 50 से अधिक सीसीटीवी फुटेज और 200 से अधिक ऑटो चालकों से पूछताछ करने के बाद छात्र यश साहू को हाईकोर्ट चौक से लेकर जाने वाले ऑटो ड्राइवर की पहचान कर ली है। उसका नाम शिवप्रसाद यादव(32) उर्फ राहुल पिता मनबोधी यादव है और सकरी क्षेत्र के खम्हरिया का रहने वाला है। उसने पुलिस को बताया कि, वह सवारी लेकर बिलासपुर आ रहा था, तभी छतौना मोड़ पर एक युवक को दूसरे लड़के ने ऑटो में जबरदस्ती बैठा दिया था।

वहीं, ऑटो में बैठने के बाद छात्र बार-बार उल्टी कर रहा था, जिसे देखकर उसके दूसरे सवारी परेशान थे और शराबी समझकर उसे उतारने के लिए दबाव बना रहे थे। इसलिए, उसने युवक को गुंबर पेट्रोल पंप के पास रोड किनारे छोड़ दिया। पुलिस ने उस ऑटो (क्रमांक सीजी 10 टी 4233) को जब्त कर लिया है और चालक से पूछताछ कर रही है।

रायपुर रोड में गुंबर पेट्रोल पंप के पास मिली थी युवक की लाश।

रायपुर रोड में गुंबर पेट्रोल पंप के पास मिली थी युवक की लाश।

परिजनों ने कहा-कार मालिक और मुख्य आरोपी के दोस्तों से की जाए पूछताछ
छात्र यश साहू की हत्या के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। लेकिन, इस मामले में अब भी कई सवाल ऐसे हैं, जिनका जवाब पुलिस के पास नहीं है। परिजनों का आरोप है, कि इस मामले में अन्य कई आरोपी हो सकते हैं, जिसमें कार मालिक भी शामिल है। इसी तरह ढाबा संचालक और चौकीदार की भूमिका स्पष्ट नहीं है। परिजनों का यह भी कहना है कि मुख्य आरोपी राहुल नामदेव के दोस्तों से पुलिस ने सही तरीके से पूछताछ नहीं की है। उन्होंने इस केस की निष्पक्षता से जांच कर युवती और उसके परिजनों की भूमिका की भी जांच करने की मांग की है।

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ऑटो की पहचान कर पुलिस ने उसे जब्त किया है।

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ऑटो की पहचान कर पुलिस ने उसे जब्त किया है।

जानिए क्या था पूरा मामला…
सिरगिट्टी टीआई पौरुष पुर्रे ने बताया कि, बीते 6 जून को रायपुर रोड में गुम्बर चौक पर युवक की लाश मिली थी, जिसकी पहचान सरगुजा जिले के लखनपुर निवासी यश उर्फ टीनू साहू पिता राजेश (20) के रूप में की गई। युवक मंगला में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। दिनदहाड़े अपहरण और हत्या के इस केस की जांच में पुलिस जुट गई। इस दौरान पुलिस ने छात्र के कोचिंग से लेकर सिरगिट्टी क्षेत्र के तमाम सीसी कैमरे का फुटेज खंगाला, जिसमें छात्र यश साहू आदतन बदमाश चकरभाठा के विकास नगर निवासी राहुल उर्फ बुटिया नामदेव के साथ जाते दिखा।

पुलिस ने उसे खोजकर पकड़ लिया। कड़ाई से पूछताछ करने पर पता चला कि, उसकी गर्लफ्रेंड भी उसी कोचिंग संस्थान में पढ़ती है, जहां पर यश साहू पढ़ता था। यश और उसकी गर्लफ्रेंड के बीच बातचीत और प्रेम संबंध बन गया था, जो राहुल को पसंद नहीं आया और उसने अपने दो दोस्त विनय शांडिल्य और उमेश वर्मा के साथ मिलकर हत्या की प्लानिंग की। इसके बाद यश को राहुल अपने साथ ले गया और नयापारा में बंद पड़े ढाबा में रखकर अपने साथियों के साथ मिलकर लाठी-डंडे से बेरहमी से पीटा। फिर उसे अधमरा हालत में एक ऑटो में छोड़ दिया और भाग गया।