बिलासपुर: कांग्रेस का संभागीय सम्मेलन शुरू, भूपेश बघेल बोले- राहुल गांधी से डरती है भाजपा; मरकाम ने कहा- जीतने वाले उम्मीदवार को मिलेगा टिकट

बिलासपुर।प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का संभागीय सम्मेलन शुरू हो गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी सेलजा, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम समेत हजारों की संख्या में नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद हैं।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, संगठन का कार्यक्रम चल रहा है। पहले जगदलपुर में था। आज बिलासपुर में है आगे दुर्ग में रहेगा। भाजपा राहुल गांधी से डरती है। अमित शाह के दुर्ग दौरे को लेकर कहा, पिछली बार उन्होंने जो नारा दिया था 65 पार, वह कांग्रेस के लिए था।

कार्यक्रम की शुरुआत से पहले मोहन मरकाम ने कहा, विधानसभा चुनाव में सर्वे के आधार पर जीतने वाले उम्मीदवार को टिकट दिया जाएगा। बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि, साढ़े चार साल से बीजेपी नेता बिल में छुपे थे। अब कुकुरमुत्ते की तरह बाहर निकल रहें हैं। जनता समझ चुकी है कि जब चुनाव नजदीक आता है तभी भारतीय जनता पार्टी बाहर निकलती है। भाजपा में एक साल में दो बार नेता प्रतिपक्ष बदल दिया गया।

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चुनावी रणनीति बनाने के लिए सम्मेलन
विधानसभा चुनाव को अब महज कुछ माह बचे हैं। ऐसे में प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा बस्तर संभाग पर ज्यादा जोर दे रही है। इसमें कांग्रेस भी पीछे नहीं है। कांग्रेस बस्तर के सभी सीटों पर अपने विधायकों को जिताने की रणनीति बना रही है। वहीं, पिछली विधानसभा में कमजोर प्रदर्शन के चलते कांग्रेस का ध्यान बिलासपुर संभाग पर भी है।

यही वजह है कि बस्तर के बाद बिलासपुर में संभागीय सम्मलेन किया जा रहा है। सिम्स के आडिटोरियम में दिग्गज कांग्रेसी नेता संभाग भर से आने वाले पदाधिकारियों से सीधी बात करेंगे। बूथ व सेक्टर कमेटी के गठन के साथ ही ब्लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की सक्रियता भी परखेंगे।

शहर विधायक शैलेष पांडेय ने देखी सम्मेलन की व्यवस्था। - Dainik Bhaskar

शहर विधायक शैलेष पांडेय ने देखी सम्मेलन की व्यवस्था।

भारी अव्यवस्था के बीच सम्मेलन शुरू 
सम्मेलन में संभाग भर से कांग्रेस संगठन के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि समेत एक हजार से अधिक कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है। उनके लिए कार्यक्रम स्थल पर ही भोजन की व्यवस्था करने का दावा किया गया है। लेकिन, सम्मेलन शुरू होने के पहले ही अंदर जाने के लिए कार्यकर्ताओं को जद्दोजहद करनी पड़ी। दूर दराज से सम्मेलन में शामिल होने आए कार्यकर्ताओं को आडिटोरियम के बाहर ही रोक दिया गया। इसके चलते कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी देखी गई।