कांकेर। शिवनगर स्थित दत्तक ग्रहण केंद्र में यहां प्रोग्राम मैनेजर सीमा द्विवेदी एनजीओ के माध्यम से पदस्थ हैं। जहां का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वह बच्चों की बेदर्दी से पिटाई करती दिख रही है। सीमा ने एक बच्ची को पहले हाथ से मारा फिर बाल पकड़कर उठाकर जमीन पर पटक दिया। जमीन पर गिरी बच्ची को दोबारा फिर से खड़ा किया, एक बांह पकड़कर पलंग पर पटक दिया। बच्ची चीखती है, चिल्लाती है, रोने लगती है। लेकिन मैनेजर को उस पर तरस नहीं आया और पिटाई करती रही। दो आया वहां से गुजरती हैं। लेकिन किसी की हिम्मत नहीं होती है कि बच्चों के साथ हो रही बर्बरता को रोक सके। इसी दौरान एक बच्ची से मैनेजर सवाल जवाब करने लगती है। दूर खड़ी बच्ची को पास बुलाती है और फिर बाल पकड़ पिटाई शुरू कर देती है। बच्ची गिरती है तो उसे उठाकर मारपीट करती है। इसके बाद भी मैनेजर का गुस्सा शांत नहीं होता, वह गाली-गलौज करने लगती है।
इस तरह मासूमों को पीटती है मैनेजर, दूसरी बच्ची बेड पर बैठी हुई।
रात में आता है बॉयफ्रेंड, विवाद के बाद बच्चों की करती है पिटाई
कांकेर के इस दत्तक ग्रहण केंद्र में 0 से 6 वर्ष तक के यतीम बच्चों को रखा जाता है। प्रोग्राम मैनेजर का बॉयफ्रेंड है, जो अक्सर रात में संस्था में पहुंचता है। जबकि यहां बाहरी लोगों का आना प्रतिबंधित है। यही नहीं ऐसा भी हुआ है कि बॉयफ्रेंड से कभी विवाद हुआ तो बौखलाई मैनेजर इसका पूरा गुस्सा बच्चों पर उतारती है। यहां के बच्चे महीनों से प्रताड़ना सह रहे हैं। इसका विरोध करने वाले 8 कर्मचारियों को एक साल के अंदर केंद्र से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने दिए जांच के आदेश, पहले दब चुका है मामला
इस पूरे मामले की शिकायत महिला बाल विकास अधिकारी रहे सी एस मिश्रा तक भी पहुंचा था। उक्त अफसर ने मामले की जांच कराने या कार्रवाई के बजाए उल्टे 50 हजार लेकर मामला दबा दिया गया। कैमरे रात में बंद रहते हैं। दत्तक ग्रहण केंद्र में बच्चों की सुरक्षा के लिए बरामदे, गेट समेत अन्य जगह 8 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। मैनेजर रोजाना रात कैमरे बंद कर देती है। इससे मनमानी सामने नहीं आती है। वहीं पूरे मामले में कांकेर कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है। तत्काल जांच के आदेश दिए गए हैं।