रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही नेताओं की सक्रियता बढ़ गई है. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बीच टकराव की स्थिति नजर आ रही है. ईडी के मामले में जोरदार बहस चल रही है. एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. एक तरफ रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. तो दूसरी तरफ भूपेश बघेल ने रमन सिंह को नान घोटाले के मामले में घेरा है.
मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच जुबानी जंग
दरअसल छत्तीसगढ़ में पिछले 4 महीने से ईडी की कार्यवाही चल रही है. लगातार कारोबारी, अधिकारी और नेताओं पर ईडी का शिकंजा कसता दिख रहा है. ईडी की कार्यवाही पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर बड़ा बयान दिया है.
उन्होंने आरोप लगाया ”जब भी प्रदेश में ED के छापे पड़ते हैं तो भूपेश बघेल जांच एजेंसी पर सवाल उठाते है और चिटफंड मामले पर विलाप करना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आदत बन चुकी है, सिर्फ अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए भूपेश बघेल यह मुद्दे उठाते रहते हैं.”
रमन बोले- छापों से छत्तीसगढ़ की छवि पर चार चांद लगा
आपको बता दें कि मंगलवार को रायपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए रमन सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा ”भूपेश बघेल भ्रष्टाचार का विरोध नहीं बल्कि भ्रष्टाचारियों का समर्थन करते हैं और जांच पर सवाल उठाते हैं. आज छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की बदौलत एक परंपरा चल पड़ी है कि जिसके घर भी छापे पड़ते हैं वो व्यक्ति शर्म से सर झुकाने की जगह सीना चौड़ा करके चलता है जैसे इन छापों से छत्तीसगढ़ की छवि पर चार चांद लगा दिए हों. अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के भीतर जो यह आत्मविश्वास बढ़ा है, यह भूपेश बघेल के समर्थन से ही हुआ है.”
छत्तीसगढ़ में नान घोटाले के जांच पर उठे सवाल
इसके अलावा रमन सिंह ने नान घोटाले मामले में भी सीएम भूपेश बघेल को घेरते हुए कहा कि जब-जब इस सरकार पर जांच का घेरा कसने लगता है तब भूपेश बघेल नान मामले के चिराग से CM मैडम नाम का जिन्न निकाल लेते हैं, मैं उन्हें एक बार फिर याद दिलाना चाहता हूँ कि आपकी सरकार की गठित SIT ने ही अपनी जांच रिपोर्ट में साफ़-साफ़ लिखा था कि CM मैडम “चिंतामणि” हैं. अब या तो भूपेश बघेल जी ने रिपोर्ट पढ़ी नहीं या फिर वो सब जानते हुए भी जनता के सामने झूठ बोलने की कोशिश कर रहे हैं.
सीएम बघेल ने नान घोटाले की जांच पर उठाया सवाल
इसके जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डॉ. रमन सिंह पर निशाना साधा है. नान घोटाले पर सवाल खड़ा करते हुए कहा ”नान घोटाले में ईडी की जांच हो गई है तो रमन सिंह कब ईडी कार्यालय गए थे? क्योंकि मुकेश गुप्ता तत्कालीन डिप्टी डीजी थे उस समय उन्होंने ये कहा था कि पैसा उस क्षेत्र में गया है जहां वो पहुंच नहीं सकते. कौन कौन से क्षेत्र है जहां डीजी नहीं जा सकते? सीधी सी बात है कहां गया था? सीएम सर और सीएम मैडम . इतना जल्दी जांच भी पूरी हो गई. ये बड़ी चौंकाने वाली बात है. जबकि किसी को हवा तक नहीं लगी और जांच हो गई. मुझे तो इसमें संदेह हो रहा है. पब्लिक के बीच में बोल रहे हैं. सीएम सर है वो चिंतामणि है. सीएम मैडम है वो चिंतामणि की मैडम है. उसे बुलाकर कब पूछ लिए?”
विधानसभा चुनाव पर कितना पड़ेगा असर
गौरतलब है कि ईडी रेड पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह लगातार कांग्रेस सरकार को घेरने की कोशिश में जुटे हैं. लगातार कांग्रेस नेताओं पर भ्रष्ट्राचार का आरोप लगा रहे हैं. इसके जवाब में सीएम भूपेश बघेल रमन सिंह के कार्यकाल में हुए घोटाले की जांच पर सवाल उठा रहे हैं. कुल मिलाकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने से चुनाव पर असर पड़ सकता है. 2018 के विधानसभा चुनाव में रमन सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ा था.
आज फिर से एक बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नान को लेकर दिए बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि कैसे मुख्यमंत्री हैं, जिसको राज्य में चल रहे ईडी की जांच की भी जानकारी नहीं रहती. याद दिला दूं कि आपने ही नान मामले में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर ईडी से जांच की मांग की थी.
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि नान मामले के मुख्य आरोपी आलोक शुक्ला और अनिल टुटेजा पर ईडी ने केस रजिस्टर्ड किया, समन भेजा, 3 बार दिल्ली बुलाया. अपील करने पर जमानत मिली. आपको प्रधानमंत्री का धन्यवाद करना चहिए. आपके लिखे पत्र के बाद संज्ञान लेते हुए जांच को आगे बढ़ाया.
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि –
‘छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री दाऊ @bhupeshbaghel को कांग्रेसी गुटबाजी से फुर्सत मिले तब तो पता करें कि ED ने नान मामले में क्या कार्रवाई की है।
तथ्यात्मक जानकारी तो कुछ होती नहीं बस बयानबाजी के लिए दाऊ जी आगे खड़े हो जाते हैं।’