रायपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की संसद की सदस्यता रद्द होने पर छत्तीसगढ़ में हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे के कार्यालय पर जमकर उत्पात मचाया। जमकर लाठी, डंडे चले और पथराव किए गए। इसमें बीजेपी और कांग्रेस दोनों तरफ के कार्यकर्ता घायल हुए हैं। मामले में बीजेपी और कांग्रेस में आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं। एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि कोर्ट ने विधिवत कार्यवाही के बाद फैसला सुनाया है। संवैधानिक प्रक्रिया के तहत उनकी सदस्यता रद्द की गई है। कोई फैसला उनके अनुकूल आता है, तो कांग्रेसी प्रसन्न हो जाते हैं प्रतिकूल आता है, तो लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तोड़कर टिप्पणी करते हैं। एक समाज विशेष को अपमानित करने के लिए माफी मांगने की जगह कांग्रेस गैर लोकतांत्रिक बातें कर रही है। प्रजातंत्र के लिए यह ठीक नहीं है। वहीं राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त होने पर कहा कि संविधान से बड़ा कोई नहीं है। कांग्रेस के नेता जिस तरह से न्यायालय पर प्रश्न चिन्ह उठा रहे हैं। न्यायालय की अवमानना कर रहे हैं वह उनकी आदत है।
‘कांग्रेसी सत्ता के नशे में चूर हैं’
बीजेपी कार्यालय में हमले किए जाने पर कहा कि छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सत्ता के नशे में चूर हैं। राहुल भक्ति दिखाने के लिए ऐसा किया गया है। बीजेपी कार्यालय में आकर मारपीट करना, पोस्टर पर कालिख पोतना, कानून को हाथ में लेकर काम कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की शांत फिजा को अशांत करने की कोशिश की जा रही है। ये ठीक नहीं है। वहीं प्रशासन को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है। ये दुर्भाग्यजनक है।
राजीव भवन में भाजपाइयों का हमला निंदनीय: कांग्रेस
वहीं कांग्रेस ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में भाजपाइयों का हमला बेहद आपत्तिजनक और निंदनीय है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में बड़ी संख्या में भाजपाई नुकीले पत्थर और धारदार हथियार, लाठी डंडे लेकर हमला करने आये थे। राजीव भवन पर पथराव किया गया। जिससे राजीव भवन की खिड़कियों के कांच टूट गये, गेट पर लगा लेम्पपोस्ट टूट गया, राजीव भवन में उपस्थित पदाधिकारियों और कर्मचारियों को चोटे भी आई हैं।
‘ये भाजपा का आतातायी और अतिवादी चरित्र’
उन्होंने कहा कि ये भाजपा का आतातायी और अतिवादी चरित्र है। प्रजातंत्र में विरोध की अपनी मर्यादा होती है, हिंसक प्रदर्शन सर्वथा अस्वीकार्य है। भाजपाइयों ने सारी मर्यादाओं को तार-तार कर कांग्रेस मुख्यालय पर हमला बोला। कांग्रेस जनों ने भाजपा के इस आतंकी व्यवहार के समय अपना संयम नहीं खोया, इसलिये अप्रिय स्थिति निर्मित होने से बच गयी।
‘अपील का इंतजार किए बिना उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई’
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा का चरित्र पूरे देश में अलोकतांत्रिक और असहिष्णु हो गया है। अपने खिलाफ उठने वाली आवाज का दमन करने भाजपाई किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। राहुल गांधी आम आदमी की आवाज उठा रहे हैं। महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं को लेकर राहुल गांधी लगातार मुखर है। मोदी के मित्र अडानी के घोटालों की जांच की मांग संसद में करते हैं , तो उनका माइक बंद कर दिया गया। अदालत के फैसले में अपील का इंतजार किये बिना उनकी सदस्यता रद्द कर दी गयी ताकि उनकी आवाज संसद में न उठ सके। जब राहुल गांधी की सदस्य रद्द करने के खिलाफ आवाज उठती है, तो भाजपाई गुंडे कांग्रेस भवन पर हमला करते हैं।
पुलिस थाने में नारेबाजी
बीजेपी कार्यालय में हमला करने से गुस्साए भाजपा कार्यकर्ता मौदहापारा थाना पहुंचे। वहां पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के खिलाफ FIR की मांग की। थाना प्रभारी के कक्ष में जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस के खिलाफ नारे लगाए गए।