रायपुर। कांकेर जिले के चारामा के ग्राम चावड़ी में कार में आग लगने के बाद से परिवार के लापता हो जाने के मामले में पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हैं। इस सनसनीखेज घटना के तार रायपुर से भी जुड़े हैं। जांच में पता चला है कि लापता परिवार को रायपुर में देखा गया है।
बताया जा रहा है कि उन्होंने 1 मार्च को रायपुर के लोधीपारा चौक स्थित अजय फोटो स्टूडियो में पहुंचकर मोबाइल से 90 फोटो के प्रिंट निकलवाए थे। फिर 2 मार्च को दोबारा स्टूडियो पहुंचकर फोटो की डिलेवरी ली थी। इसके लिए कारोबारी ने एक हजार रुपये भुगतान भी किया था। दरअसल, इस पूरे मामले की जांच के लिए कांकेर पुलिस की दो स्पेशल टीमें रायपुर पहुंची हैं। अब कांकेर पुलिस रायपुर स्टेशन समेत कई स्थानों के सीसीटीवी खंगालने में जुटी हुई है।
रहस्यमयी तरीके से परिवार लापता
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के चारामा के ग्राम चावड़ी में एक मार्च की रात को एक कार आग में जल गई थी। इसमें सवार बताए जा रहे पोल्ट्री फार्म संचालक समीरन सिकदार, उसकी पत्नी जया और दो बच्चों को दूसरे दिन धमतरी के एक लाज के बाहर देखा गया था। पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने बताया कि धमतरी के आशियाना लाज में परिवार के रुकने की जानकारी मिली है। यहां से परिवार कहां गया, इसकी जांच चल रही है।
एक मार्च की रात धमतरी के लाज में रुका था परिवार
रायपुर से पखांजूर घर लौट रहे समीरन सिकदार की कार जली हुई मिली थी। इसमें कोई भी मानव अवशेष नहीं था। पुलिस चारों के लापता होने की गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है। तीन मार्च से पुलिस की पांच टीमें समीरन सिकदार के गांव पखांजूर, रायपुर, धमतरी व रास्ते की सघन की जांच कर रही है।
मामले में पुलिस को अहम सबूत मिला है। धमतरी के बस स्टैंड में स्थित आशियाना लाज में एक मार्च को समीरन के द्वारा कमरा बुक किया गया था। रजिस्टर में रात आठ बजकर 45 मिनट पर कमरा बुक करने की जानकारी दर्ज है। घटना के दूसरे दिन दो मार्च की सुबह लाज कर्मचारी द्वारा समीरन की पत्नी जया को दोनों बच्चों के साथ लाज से निकलते देखे जाने की बात सामने आई है।