छत्तीसगढ़ः 12 दिनों तक रायपुर और भिलाई के होटल में रुके थे शूटर, कोरबा से खरीदी थी चोरी की गाड़ी, फिर की फायरिंग

रायपुर। रंगदारी वसूलने झारखंड से रायपुर आए गैंगस्टर के गुर्गों ने पूरी तैयारी कर रखी थी। आरकेटीसी ग्रुप को धमकाने के लिए अच्छा खासा-प्लान तैयार किया था। पकड़े गए तीनों शूटर रायपुर और भिलाई में 10 से 12 दिन रूके थे। रायपुर के स्टेशन रोड पर वे रूके हुए थे और लगातार होटल बदल रहे थे। कोरबा से दो पहिया चोरी का वाहन खरीदा था। इसके बाद 11 फरवरी को हवाई फायरिंग की घटना को अंजाम दिया। शूटरों को पकड़ने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसमें बलविंदर सिंह को पकड़ने के लिए सिविल लाइस पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम हरियाणा से लेकर मध्यप्रदेश तक 15 सौ किलोमीटर का सफर कर उसे दबोचा।

उल्लेखनीय है कि झारखंड, हजारीबाग के अमन और मयंक साहू का गैंग देश के कई राज्यों में रंगदारी वसूलने का काम करता है। यह गैंग झारखंड के रास्ते रायपुर में फिरौती मांगने के लिए पहुंचा था। गैंग के बदमाश जेल से भी रंगदारी करते हैं। और कई कारोबारियों को डरा धमका कर वसूली करते हैं।

आरोपित ट्रेन में और पुलिस कार में, 15 सौ किमी बाद दबोचा

गोली कांड के आरोपितों को पकड़ने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। इनकी जानकारी मिलने पर पुलिस की तीन अलग-अलग टीम झारखंड, मुंबई और हरियाणा रवाना किए गए। सिविल लाइस थाने के एसआइ अजय झा के नेतृत्व में टीम बलविंदर को दबोचने के लिए दिल्ली रवाना हुई। इधर बलविंदर को भनक लग गई कि पुलिस उसके पीछे लग गई है। पुलिस टीम को रास्ते में जानकारी मिली की बलविंदर दिल्ली से बुरहानपुर के लिए ट्रेन से रवाना हो गया है। पुलिस की टीम जब तक निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पहुंची, वहां से ट्रेन निकल चुकी थी। इसके बाद बदमाश को पकड़ने गई टीम ट्रेन का पीछा करते बुरहानपुर तक पहुंची। ट्रेन पहुंचने के पौन घंटा पहले पुलिस टीम रेलवे स्टेशन पहुंच गई। इसके बाद घेरा बंदी कर ली। आरोपित बलविंदर की पुरानी फोटो पुलिस के पास थी। जिसमें वह बड़े-बड़े बाल रखा था। उसने हुलिया और कटिंग का स्टाइल सब बदल रखा था। लेकिन जब वह रेलवे स्टेशन के बाहर निकला उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

मुंबई पुलिस की मदद से पकड़ा गया

शूटर आशीष के बारे में जानकारी मिलने पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की एक टीम भोपाल रवाना की गई। भोपाल में आशीष नहीं मिला। आरोपित के बारे में पता चलते ही टीम भोपाल से मुंबई रवाना हुई। मुंबई पुलिस और सीसीटीवी कैमरे की पड़ताल करने के बाद पुलिस आशीष के ठिकाने तक पहुंची। वह पुलिस को चकमा देकर भागने के प्रयास में था, लेकिन आशीष को पुलिस ने एक घनी आबादी वाले बस्ती में घेराबंदी कर पकड़ा।

होटलों की होगी जांच

पुलिस अब मामले की जांच में जुट गई है। जिस-जिस होटल में रूके थे उसकी जानकारी जुटाएगी। आखिर किस आइडी से आरोपित रूके थे। उनसे मिलने और कौन-कौन आया गया। रायपुर और भिलाई के अलग-अलग होटलों में रुक कर रैकी की थी। पुलिस होटल मैनेजर और होटल संचालकों से पूछताछ करेगी। 

एक आरोपित को लेकर पहुंच रही टीम

गैंग को लीड कर रहे हैरी उर्फ हरपाल सिंह को ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस हरियाणा से रायपुर लेकर पहुंच रही है। कड़ी सुरक्षा के बीच उसे लाया जा रहा है। हैरी को पुलिस शुक्रवार आज रायपुर लेकर पहुंचेगी। उससे पूछताछ में कई और जानकारी हाथ लगेगी।