केरल में बोले राहुल गांधी- मेरे अपमान से सच नहीं छिपेगा, एक दिन पीएम मोदी को जवाब देना होगा

राहुल गांधी।

वायनाड। संसद के बजट सत्र के दौरान विपक्षी नेताओं मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के भाषण के कुछ अंशों को हटाने को लेकर विपक्षी नेता लगातार आलोचना कर रहे हैं। इसी क्रम में केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र में पीएम मोदी पर भी हमला बोला। राहुल गांधी ने कहा कि मुझे उम्मीद नहीं है कि मेरे शब्दों को रिकॉर्ड पर जाने दिया जाएगा। देश के पीएम सीधे तौर पर मेरा अपमान करते हैं लेकिन उनकी बातों को ऑफ द रिकॉर्ड नहीं किया जाता। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि आपका नाम गांधी क्यों है, नेहरू क्यों नहीं। ऐसा बोलकर उन्होंने मेरा अपमान किया, लेकिन मेरे अपमान से सच नहीं छिपेगा। एक ना एक दिन आपको जवाब देना ही पड़ेगा। 

उन्होंने आगे कहा कि संसद में मेरे भाषण के कुछ अंश हटा दिए गए। बावजूद इसके कि मैंने किसी का अपमान नहीं किया। मैंने जो कहा उसके संबंध में मुझे सबूत दिखाने के लिए कहा गया था और मैंने लोकसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि सच्चाई हमेशा सामने आती है। 

कांप रहे थे पीएम मोदी के हाथ 
इस दौरान उन्होंने सदन में पीएम मोदी के संबोधन को दोबारा देखने के लिए आग्रह करते हुए कहा कि आपको बस इतना करना है कि जब मैं बोल रहा था तो मेरे चेहरे और उनके चेहरे को देखना था। देखिए कितनी बार पीएम ने पानी पिया और कैसे पानी पीते हुए उनके हाथ कांप रहे थे। मैने जो कहा था वह सच कहा था इसलिए मेरे मन में किसी तरह का कोई डर नहीं था।  

पीएम मोदी को लगता है सब उनसे डर जाएंगे- राहुल गांधी 
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगता है कि वह बहुत ताकतवर हैं, सब उनसे डर जाएंगे। लेकिन उन्हें इस बात का एहसास नहीं है कि भले ही वह प्रधानमंत्री हों, लेकिन वह आखिरी व्यक्ति होंगे जिनसे मुझे कोई डर हो। एक दिन उन्हें भी अपनी सच्चाई का सामना करने के लिए मजबूर किया जाएगा।  

संसदीय कार्यवाही देखना हर किसी के लिए महत्वपूर्ण   
 वायनाड में अपने संबोधन में उन्होंने आगे कहा कि इस देश में हर किसी के लिए संसद की कार्यवाही देखना कि देश में क्या हो रहा है, महत्वपूर्ण है। इस दौरान राहुल गांधी ने यह भी कहा कि पीएम और अदाणी के बीच सांठगांठ को समझना महत्वपूर्ण है।  

लोकसभा सचिवालय ने मांगा था जवाब 
इससे पहले रविवार को लोकसभा सचिवालय ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से जवाब मांगा था। दरअसल, 7 फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान ‘भ्रामक, अपमानजनक, असंसदीय और भड़काऊ बयान’ देने के लिए राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और प्रल्हाद जोशी ने विशेषाधिकार हनन को लेकर लोकसभा सचिवालय को पत्र लिखा था। 

राहुल के बयान पर जताई थी आपत्ति 
इससे पहले लोकसभा में मंगलवार को ‘राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव’ पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी के भाषण के बाद निशिकांत दुबे और प्रह्लाद जोशी ने उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया था। गांधी ने हिंडनबर्ग-अदाणी के मुद्दे पर टिप्पणी की थी।