कांकेर। कांकेर में रविवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में चार से पांच नक्सलियों के घायल होने की खबर है। बीएसएफ और डीआरजी के जवान सर्चिंग पर निकले थे। इसी दौरान घात लगाए नक्सलियों ने फायरिंग कर दी। बताया जा रहा है कि एलएमजी और हेंडग्रेनेड से भी हमला किया गया है। जवानों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई। इसके बाद नक्सली वहां से भाग निकले। मुठभेड़ की पुष्टि एसपी शलभ सिन्हा ने की है।
एक घंटे चली मुठभेड़
जानकारी के मुताबिक, छोटे बेठिया थाने से जवान सुबह गश्त पर निकले थे। इस दौरान सुबह करीब 7 बजे आल्दंड के जंगलों में नक्सलियों ने जवानों पर फायर कर दिया। जवाबी कार्रवाई में नक्सली वहां से भाग गए, लेकिन तीन घंटे बाद फिर करीब 10 बजे नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। नक्सलियों ने एके-47, ऑटोमैटिक राइफल, हैंडग्रेनेड, एलएमजी से हमला किया। करीब एक घंटे तक मुठभेड़ चलती रही। बताया जा रहा है कि वहां 80 से ज्यादा नक्सली जमा थे।
बड़े नक्सली लीडरों के भी होने की संभावना
नक्सलियों के भागने के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। अतिरिक्त फोर्स भी भेजी गई है। कई अफसर भी मौके पर पहुंच गए हैं। फिलहाल सर्चिग पार्टी अभी लौटी नहीं है। उनके आने के बाद ही विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। अफसरों के मुताबिक, वहां परसापुर एरिया कमेटी के साथ ही नक्सलियों की माड़ डिवीजन के भी सदस्य मौजूद थे। इनके साथ ही बड़े नक्सली लीडर शेखर, विजय रेड्डी, जयमति की होने की संभावना है। घायल नक्सलियों को उनके साथी लेकर भागे हैं। कई को खाट पर ले गए।
कांकेर में लगातार जारी है नक्सलियों से मुठभेड़
कांकेर में नक्सलियों की आमद एक बार फिर तेज हुई है। इससे करीब दो सप्ताह पहले 28 जनवरी को भी आमाबेड़ा क्षेत्र के उसेली के जंगल मे मुठभेड़ हुई थी। करीब 40 मिनट चली इस मुठभेड़ के बाद नक्सली भाग निकले थे। मुठभेड़ में कई नक्सलियों को गोली लगने का भी दावा किया गया। सर्चिंग के दौरान जवानों ने वहां से भारी मात्रा में नक्सली सामग्री बरामद की थी।
10 दिन पहले ध्वस्त किया था नक्सली स्मारक
जवानों ने दो फरवरी को कांकेर में ही आमाटोला खैरीपदर के जंगल में नक्सली इमारत ध्वस्त किया था। यह इमारत नक्सलियों ने मुठभेड़ में मारे गए डीवीसी सदस्य दर्शन पद्दा की याद में बनाया था। जवानों ने मौके से नक्सली बैनर भी जब्त किया। यह कार्रवाई बीएसएफ 132 बटालियन और पुलिस फोर्स के जवानों ने की थी। अंतागढ़ के जंगलों में 31 अक्तूबर को डीआरजी जवानों ने मुठभेड़ में डीवीसी सदस्य दर्शन पद्दा सहित दो नक्सलियों को मार गिराया था।