रायपुर। कांग्रेस ने 24 फरवरी को होने वाले पार्टी के पूर्ण अधिवेशन के लिए विषयों पर एक समिति और एक संविधान संशोधन समिति का गठन किया. राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में यह पहला सत्र है. कांग्रेस ने पार्टी के पूर्ण सत्र के लिए विषय वस्तु समिति और संविधान संशोधन समिति का गठन किया. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस पहली बार पूर्ण सत्र आयोजित करने जा रही है.
पिछला अधिवेशन साल 2018 में हुआ था. इस बार 6 अहम विषयों पर चर्चा होनी है. विषय समिति सत्र का कार्यक्रम और पारित किये जाने वाले संकल्प तैयार करेगी. संविधान संशोधन समिति पार्टी के संविधान में संशोधन का सुझाव देगी.
पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार विषय संबंधी समिति में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ नेता एके एंटोनी शामिल हैं.
इस आयोजन समिति में कांग्रेस कार्यसमिति के स्थान पर कार्यरत संचालन समिति के सभी सदस्यों को शामिल किया जायेगा. इसके अलावा, पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता और कांग्रेस के फ्रंटल संगठनों के प्रमुख भी विषय संबंधी समिति का हिस्सा होंगे.
संविधान संशोधन समिति की अध्यक्षता पार्टी की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी करेंगी और रणदीप सुरजेवाला इसके संयोजक होंगे. इस कमेटी में पार्टी के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता अजय माकन, मुकुल वासनिक, जितेंद्र सिंह, अभिषेक मनु सिंघवी, मोहन प्रकाश, दीपा दासमुंशी और जी परमेश्वर भी शामिल हैं.
पार्टी का 85वां पूर्ण अधिवेशन 24 से 26 फरवरी तक रायपुर में होगा, जिसमें राजनीति और अर्थव्यवस्था सहित 6 विषयों पर मुख्य रूप से चर्चा होगी. खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पार्टी का पूर्ण सत्र होगा. इसमें उनके चुनाव पर औपचारिक मुहर लग जाएगी और नई कार्यसमिति का गठन शुरू हो जाएगा.
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