कराची। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के पूर्व प्रमुख रमीज राजा ने कहा कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी एक कप्तान के रूप में रोहित शर्मा के लिए एक कड़ी परीक्षा होगी, जिसमें उनकी रणनीति और टीम चयन सीरीज में निर्णायक कारक साबित होंगे। भारत नौ फरवरी से नागपुर में शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा और राजा का मानना है कि मेहमान टीम को मात देने और बहुप्रतीक्षित सीरीज जीतने के लिए मेजबान भारत को खेलने की परिस्थितियों के बारे में पूर्ण स्पष्टता की आवश्यकता होगी।
बतौर पीसीबी अध्यक्ष हटाए जाने के बाद अब रमीज राजा अपने यूट्यूब चैनल पर लौट चुके हैं। उन्होंने कहा- रोहित शर्मा की कप्तानी की परीक्षा होगी, इसमें कोई संदेह नहीं है। पहले टेस्ट में एक भी सत्र ऐसा नहीं होगा जहां ऑस्ट्रेलिया कड़ी टक्कर नहीं देगा। कोई सपाट सत्र नहीं होगा। रणनीति को पूर्ण प्रमाण की आवश्यकता है और इसलिए चयन भी सटीक होना चाहिए। उन परिस्थितियों पर भी स्पष्टता की आवश्यकता है जहां वे ऑस्ट्रेलिया पर जीत हासिल करना चाहते हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम की प्लेइंग इलेवन काफी समय से चर्चा का विषय रही है। केएल राहुल और शुभमन गिल कप्तान रोहित के साथ बल्लेबाजी की शुरुआत करने के लिए शीर्ष विकल्प बने हुए हैं, रमीज राजा ने स्पष्ट किया कि सूर्यकुमार यादव को टीम की संरचना को बनाए रखने के लिए टेस्ट में डेब्यू करने की आवश्यकता है।
रमीज ने कहा- भारत को सूर्यकुमार यादव को खिलाना चाहिए। वह बल्ले से रन रेट बढ़ाएंगे। उन्होंने पहले दो टेस्ट के लिए अपनी टीम में बहुत सारे टी20 खिलाड़ियों का चयन लिया है, जो अच्छा है क्योंकि टेस्ट क्रिकेट के मौजूदा समय ज्यादातर टीमें ऐसा ही कर रही हैं। हमने देखा कि कैसे इंग्लैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ एक ही दिन में 350-400 रन बनाए। आप जितनी तेजी से रन बनाते हैं, आप उतना ही दबाव बना सकते हैं। भारत के पास दबाव बनाने का अच्छा मौका है।