रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टर अब शाम पांच बजे तक मरीजों OPD-यानी वाह्य रोगी विभाग में देखेंगे। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की अध्यक्षता में गुरुवार दिन भर चली बैठक में यह तय हुआ है। बैठक में सभी मेडिकल कॉलेजों ने सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक ओपीडी संचालित करने की सहमति दी। इलाज के लिए सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक पंजीयन कराया जा सकेगा।
रायपुर के नवीन विश्रामगृह में प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के डीन और अस्पताल अधीक्षकों के साथ स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने चर्चा की। इस दौरान उन्होंने बैठक में मेडिकल कॉलेजों के विशेषज्ञों, डॉक्टरों और अन्य स्टॉफ को मरीजों एवं उनके परिजनों के साथ संवेदनशील व्यवहार रखने के निर्देश दिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध सभी अस्पतालों में सभी तरह की दवाईयां पर्याप्त मात्रा में रखने को कहा ताकि किसी भी मरीज को बाहर से दवा न खरीदना पड़े। उन्होंने मेडिकल कॉलेजों के कार्यों और व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक हर माह आयोजित करने के निर्देश दिए। चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर., संचालक डॉ. विष्णु दत्त और सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक चंद्रकांत वर्मा भी मौजूद थे।
इस बैठक में प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के डीन और अस्पताल अधीक्षक शामिल हुए।
मेडिकल क्लेम के निपटारे में तेजी लाने को कहा
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आईपीडी उपचार की राशि डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत क्लेम करने के मामलों में तेजी लाने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि 9 मेडिकल कॉलेजों ने एक लाख 95 हजार 70 आईपीडी इलाज के मामलों में से एक लाख 18 हजार 832 प्रकरणों में क्लेम प्राप्त करने की कार्रवाई की है। स्वास्थ्य मंत्री ने इसमें आ रही दिक्कतों को दूर करने अस्पताल स्टॉफ में समुचित प्रशिक्षण के निर्देश दिए।
छात्रावासों में सुविधाएं बढ़ाने का निर्देश
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मेडिकल कॉलेजों के छात्रावासों में छात्रों के लिए सुविधाएं बढ़ाने और व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने को कहा। उन्होंने कांकेर, महासमुंद और कोरबा के नए कॉलेजों में भी यूजी (Under Graduate) विद्यार्थियों के साथ ही पीजी (Post Graduate) छात्रों के लिए भी छात्रावास निर्माण की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने नए कॉलेजों के भवन निर्माण के लिए निविदा की प्रक्रिया जल्दी पूरी कर तत्काल काम शुरू करने को कहा।