कोंटा। छत्तीसगढ़ आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर स्थित एक गांव में माओवादियों ने गला रेतकर 2 दिन पहले एक युवक की हत्या कर दी थी। छत्तीसगढ़ पुलिस ने आंध्र प्रदेश में हुई इस वारदात में शामिल एक माओवादी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में गिरफ्तार माओवादी ने बताया कि, युवक पुलिस की मुखबिरी करता था। इसलिए उसे मौत की सजा दी गई है। मामला जिले कोंटा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के अंतिम छोर कोंटा से लगे बुर्कानकोटा गांव में वारदात हुई है। बताया जा रहा है कि, 2 दिन पहले नक्सली इस गांव में पहुंचे थे। इस गांव के ही रहने वाले युवक सोयम सुबैया (40) को उसके घर से उठाया। फिर घर से कुछ दूरी पर जंगल की तरफ लेकर गए। जहां धारदार हथियार से युवक का गला रेत दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद माओवादियों ने शव को गांव में फेंक दिया था। जिसके बाद वे जंगल की तरफ लौट गए।
मुखबिर की सूचना पर माओवादी को पकड़ा
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि, कोंटा के सुन्नमगुड़ा क्षेत्र में एक माओवादी छिपा हुआ है। जिसका नाम सोयम संतोष (26) है। मुखबिर की इसी सूचना के आधार पर पुलिस भारी संख्या में मौके पर पहुंची। जवानों के आने की सूचना मिलते ही माओवादी भागने लगा। जिसे घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया। इसने पूछताछ में पुलिस को बताया कि, कोंटा LOS कमांडर हितेश हूंगा के साथ 11-12 माओवादी इस वारदात में शामिल थे। पुलिस अफसरों ने बताया कि, माओवादी को गिरफ्तार कर आंध्र प्रदेश के चिंतुर थाना के जवानों के सुपुर्द किया गया है।