रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना का नया वैरिएंट मिला है। हालांकि, यह घातक नहीं है। जीनोम सिक्वेसिंग रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 1 दिसंबर के बाद 12 सैंपलों की जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भुवनेश्वर लैब भेजा गया था। सात सैंपलों की जांच में दो की रिपोर्ट पाजिटिव मिली है। पांच की रिपोर्ट का अभी इंतजार किया जा रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि रायपुर की रहने वाली 52 वर्षीय एक महिला यूके से लौटी थी। दिल्ली से ही उसका सैंपल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट में बीएफ.7.2.1 म्यूटेंट के साथ पाजिटिव पाया गया है। इसी तरह रायपुर की रहने वाली 25 वर्षीय एक युवती 16 दिसंबर को हैदराबाद से लौटी थी। युवती में बीए.2.75.2 वैरिएंट मिला है, जो ओमीक्रान का ही एक स्वरूप है। दोनों महिलाएं कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुकी हैं।
संचालक महामारी नियंत्रण डा. सुभाष मिश्रा ने बताया कि दो मरीजों की रिपोर्ट पाजिटिव पाई गई है। कोरोना का दो नया स्वरूप मिला है, जो ओमीक्रान से संबंधित है। कोरोना वायरस समय के साथ लगातार अपना स्वरूप बदलता रहता है। प्रदेश में कोरोना का डेल्टा वेरिएंट का पता चला था, जो काफी खतरनाक साबित हुआ था।
डा. सुभाष मिश्रा ने बताया कि एम्स में जीनोम सिक्वेसिंग की सुविधा उपलब्ध है लेकिन किसी कारणवश जांच शुरू नहीं हो पाई है। अगले सप्ताह से जीनोम सिक्वेसिंग की सुविधा शुरू हो जाएगी, जिसके बाद से सैंपल भुवनेश्वर नहीं भेजना पड़ेगा।