नईदिल्ली I 19 दिसंबर…इस तारीख से भारतीय क्रिकेट टीम की सबसे कड़वी याद जुड़ी है. भारतीय टीम तो क्या कोई भी भारतीय फैन दो साल पहले एडिलेड में जो कुछ भी हुआ, उसे चाहकर भी याद नहीं करना चाहता. आज से ठीक 2 साल पहले 11 खिलाड़ियों ने भारत को शर्मसार कर दिया था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी भारतीय टीम 36 रन पर ऑल आउट हो गई थी. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारत का ये सबसे कम स्कोर है. भारत ने अपनी दूसरी पारी में घुटने भी उस समय टेके, जब पहली पारी में भारतीय गेंदबाजों ने टीम को 53 रन की बढ़त दिला दी थी.
बढ़त के बावजूद मिली शर्मनाक हार ने भारत को कभी न भरने वाला जख्म दे दिया. भारत की पारी को 36 रन पर पैट कमिंस और जोश हेजलवुड ने मिलकर ही समेट दिया था. दोनों ने मिलकर कुल 9 विकेट लिए थे. दरअसल मोहम्मद शमी इस मुकाबले में कमिंस की बाउंसर से रिटायर्ड हर्ट हो गए थे.
बल्लेबाजों का स्कोर सबसे ज्यादा शर्मनाक
भारत 36 पर तो सिमट गया था, इससे भी ज्यादा शर्मनाक तो भारतीय बल्लेबाजों का स्कोर था. कोई भी बल्लेबाज दोहरे अंक को छू नहीं पाया. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था कि पूरे 11 बल्लेबाज और अतिरिक्त रन 9 के आंकड़े को पार नहीं कर पाए. हेजलवुड ने 8 रन पर 5 विकेट लिए थे. इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने मैच के तीसरे दिन के दूसरे सेशन में ही मुकाबला 8 विकेट से जीत लिया था.
पहली पारी में भारत ने बनाई थी बढ़त
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 244 रन बनाए थे. विराट कोहली ने सबसे ज्यादा 74 रन बनाए. इस पारी में मिचेल स्टार्क ने 4 और पैट कमिंस ने 3 विकेट लिए थे. हालांकि इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने भी कोहराम मचाया और ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को 191 रन पर ही समेटकर भारत को बढ़त दिला दी. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से कप्तान टिम पेन ने सबसे ज्यादा 73 रन बनाए.
गेंदबाजों की मेहनत पर फिरा पानी
भारत का पलड़ा भारी नजर आ रहा था. पहली पारी में तो भारत ने दबाव बना भी लिया था, मगर दूसरी पारी में बल्लेबाजों ने गेंदबाजों की मेहनत पर पानी फेर दिया. पूरी की पूरी टीम 21.2 ओवर में 36 रन पर ऑल आउट हो गई. सबसे ज्यादा 9 रन मयंक अग्रवाल ने बनाए. ऑस्ट्र्रेलिया ने तो कसी हुई गेंदबाजी की. भारत को एक भी अतिरिक्त रन नहीं दिया. भारत ने ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 90 रन का लक्ष्य दिया, जिसे मेजबान ने 2 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया. जो बर्न्स 51 रन पर नाबाद रहे थे.