बिलासपुर। हिस्ट्रीशीटर कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी की हत्या के केस में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि इस हत्याकांड के कारणों का प्रारंभिक खुलासे की शुरुआत हो चुकी है। संजू त्रिपाठी के साथ ही उसका बाप अपनी दत्तक पुत्री से अवैध संबंध बना रहा था। इसके साथ ही संजू अपने बाप और भाई से दुर्व्यवहार करता था, जिससे तंग आकर उसकी हत्या की योजना बनाई गई और बाहर से शूटर बुलाए गए। पुलिस ने यह भी दावा किया है कि वारदात में दर्जन भर से अधिक आरोपी शामिल हैं, जिसका पुलिस जल्द खुलासा करेगी।
हिस्ट्रीशिटर कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी की हत्या के केस की जांच परत-दर-परत आगे बढ़ रही है। पुलिस अफसरों ने बताया कि हत्या के बाद से पारिवारिक संपत्ति विवाद सामने आ रहा था। लिहाजा, पुलिस ने इसी दिशा में जांच शुरू की। इसके साथ ही और भी दूसरे एंगल पर मामले की जांच की गई। पुलिस इस केस में अब तक 50 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी है। इसमें संजू के पिता जयनारायण त्रिपाठी, उसकी पत्नी, साला के साथ ही कपिल से जुड़े हर पहलुओं की जांच कर बारीकी से पूछताछ की गई।
इसी कार से शूटरों ने वारदात को दिया था अंजाम।
हत्याकांड में पिता के भी शामिल होने की आशंका
इस गोलीकांड में संजू के पिता जयनारायण त्रिपाठी के भी शामिल होने की आशंका है। यही वजह है कि वारदात के बाद से ही पुलिस ने जयनारायण त्रिपाठी को हिरासत में लेकर पूछताछ की और उसके मोबाइल की जांच की। उसके मोबाइल से पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। इधर, पुलिस की पूछताछ में जयनारायण और उसकी दत्तक पुत्री ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस को पता चला है कि जयनारायण अपनी दत्तक पुत्री से अवैध संबंध बनाता था। वहीं, संजू त्रिपाठी भी उसके साथ अवैध संबंध बनाता था। इसके साथ ही संजू अपने पिता और भाई के साथ ही परिवार वालों से भी दुर्व्यवहार करता था, जिसके कारण उसकी हत्या को अंजाम दिया गया।
संजू त्रिपाठी की कार को घेर कर हमलावरों ने मारी थी गोली।
एक माह से चल रही थी हत्या की प्लानिंग
हैरानी की बात है कि पुलिस ने खुद खुलासा किया है कि संजू त्रिपाठी की हत्या की एक माह से प्लानिंग चल रही थी। इस वारदात को अंजाम देने के लिए बाहर से शूटर बुलाया गया था। हत्याकांड की साजिश रचने में दर्जन भर से अधिक लोग शामिल हैं। शहर में पुलिस की नाक के नीचे हत्या की प्लानिंग चल रही थी। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस दोनों पक्षों के विवाद में हत्या के प्रयास के केस में धारा हटाने का खेल कर रही थी।
मौत से पहले संजू ने अपने बच्चों के साथ शेयर की थी आखिरी तस्वीर।
जिस गाड़ी से भागे शूटर वह अमरकंटक में मिली
पुलिस अफसरों ने बताया कि शूटर भरनी-परसदा के पोड़ी के पास वारदात में उपयोग की गई कार को छोड़कर दूसरी गाड़ी से फरार हुए थे। पुलिस ने संदेहियों से पूछताछ के बाद शूटरों को लेकर जाने वाली गाड़ी को भी बरामद कर लिया है। कार मध्यप्रदेश के अमरकंटक में मिली है, जिसे पुलिस ने जब्त किया है। बताया जा रहा है कि शूटर को लेकर जाने के लिए वाहन उपलब्ध कराने वाले युवक को भी पुलिस ने पकड़ लिया है।
बड़ी-बड़ी जमीनों की डील करते थे संजू और कपिल
पता चला है कि अनूपपुर-शहडोल जेल से छूटकर आने के बाद संजू और कपिल त्रिपाठी का शहर में आतंक और बढ़ गया था। रंगदारी, गुंडागर्दी कर जमीन खाली कराने और सूदखोरी जैसे काम दोनों भाई साथ मिलकर करते थे। दोनों शहर की विवादित जमीनों का सौदा कराते और लाखों रुपए की कमाई करने लगे थे।
कारोबार में हस्तक्षेप और वर्चस्व की लड़ाई से बढ़ी दूरियां
संजू त्रिपाठी का शहर के कारोबारियों से भी व्यापारिक संबंध थे। दरअसल, वह कारोबारियों को संरक्षण देने के नाम पर डील करता था और उनसे एग्रीमेंट करा लेता था। शहर के एक चर्चित मोबाइल कारोबारी से भी संजू त्रिपाठी के बीच लेनदेन को लेकर विवाद था। संजू के साथ मिलकर काम करते-करते उसका कारोबार बंद हो गया। लेकिन, उसकी आड़ में संजू ने लाखों की कमाई की। इसी दौरान उसका भाई कपिल त्रिपाठी भी अपना अलग डील करने लगा था। ऐसे में संजू को लगा कि वह उसके कारोबार में हस्तक्षेप कर रहा है और उसके वर्चस्व को कम करना चाहता है। यहीं से उनके बीच मनमुटाव शुरू हुआ और फिर दूरियां बढ़ने लगी।