नईदिल्ली I दिल्ली में हाल ही में हुए श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. श्रद्धा को उसके बॉयफ्रेंड आफताब ने दिल्ली के फ्लैट में लिव इन के दौरान रहते हुए मार दिया और बाद में उसके 35 टुकड़े करके जंगल में फेंक दिए. इस हत्याकांड में सियासी लोगों से लेकर अन्य लोग अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. लेखिका तसलीमा नसरीन ने भी इस पर अपना पक्ष रखा है. उन्होंने इस दौरान पुरुषों की मानसिकता को ऐसे अपराधों के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
लेखिका तसलीमा नसरीन ने ट्वीट कर कहा है, ‘जब एक आदमी अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या लिव इन रिलेशनशिप के दौरान करता है तो आप लड़कियों से शादी करने को कहते हैं क्योंकि लिव इन रिलेशनशिप अपराध के लिए प्रेरित करता है. लेकिन जब आदमी अपनी पत्नी की हत्या करता है तो आप लड़कियों को लिव इन में रहने के लिए नहीं कहते. क्योंकि शादी भी अपराध के प्रति प्रेरित करती है. ना ही लिव इन में कोई समस्या है और ना ही शादी में कोई समस्या है, समस्या पुरुष की मानसिकता में है.’
कौशल किशोर ने लिव इन रिलेशनशिप को ठहराया जिम्मेदार
वहीं, दिल्ली में हुए श्रद्धा हत्याकांड के बाद गुरुवार को केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि लिव इन रिलेशनशिप की वजह से अपराध बढ़ रहे हैं. उन्होंने सुझाव दिया था कि पढ़ी लिखी लड़कियों को ऐसे किसी भी रिश्ते में नहीं होना चाहिए. इनके अलावा उत्तर प्रदेश के तौकीर रजा खान ने भी कहा था कि लिव इन रिलेशनशिप ऐसे अपराध को बढ़ाने में मदद करते हैं. शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने विवादित बयान को लेकर कौशल किशोर पर निशाना साधा है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि कौशल किशोर को कैबिनेट से तत्काल रूप से हटाया जाए.
पांच दिन की हिरासत में भेजा गया आफताब
इसके साथ ही दिल्ली की अदालत ने शहर की पुलिस को श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला से पांच दिन और पूछताछ करने की गुरुवार को अनुमति दे दी है. अदालत ने फॉरेंसिक प्रक्रिया से गुजरने के लिए आरोपी के सहमति देने के बाद इस मामले का खुलासा करने के उद्देश्य से उसके नार्को टेस्ट की भी अनुमति दी. दूसरी ओर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और अन्य संगठनों ने 27 वर्षीय श्रद्धा वालकर की हत्या के मामले में गुरुवार शाम दक्षिणी दिल्ली में कैंडल मार्च निकाला और गिरफ्तार आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को मौत की सजा देने की मांग की. दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में आठ अलग-अलग स्थानों से निकाले गए कैंडल मार्च में भाग लेने वाले लोगों ने यह भी मांग की कि दिल्ली सरकार अवैध धर्मांतरण और लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून लाए.