पुलिस के डर से आफताब ने पहले ही परिवार को कर दिया था शिफ्ट, पड़ोसियों को किया गुमराह

नईदिल्ली I दिल्ली के महरौली में हुए श्रद्धा वाकर हत्याकांड में अलग-अलग तथ्य लगातार सामने आ रहे हैं. श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या करने के बाद उसके शव के 35 टुकड़े करने वाला आरोपी आफताब अमीन पूनावाला पुलिस पूछताछ में टूट चुका है. 12 नवंबर को उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था. हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस लगी है. खास बात यह है कि आरोपी आफताब को पहले ही शक हो गया था कि उसकी वजह से उसका परिवार फंस जाएगा. लिहाजा, आफताब ने पहले ही 20 साल से मुंबई की हाउसिंग सोसाइटी में रह रहे अपने परिवार को कही और शिफ्ट करने की योजना बनाई. अपना फ्लैट रेंट पर देकर परिवार को ले जाने लगा.

सोसायटी के कई लोगों को यह बात अटपटी लगी. आफताब ने लोगों को बताया कि उसके अब्बा और छोटे भाई को ट्रेवलिंग में तकलीफ होती हैं, इसलिए थोड़ा नजदीक मुंबई के मीरा रोड इलाके में शिफ्ट हो रहे हैं. लेकिन मीरा रोड में कहां शिफ्ट हो रहे हैं, यह बात न तो सोसायटी वालों को पता है और ना ही आफताब के फ्लैट में आए किराएदार को. आफताब ने बहुत ही चालाकी के साथ 1 और 2 नवंबर के बीच परिवार को कहीं शिफ्ट किया.

श्रद्धा के मोबाइल से उसके दोस्तों से की चैट

पुलिस को आफताब ने अपने बयान में बताया कि 18 मई से ही श्रद्धा उससे रूठ कर घर छोड़कर चली गई हैं. मैंने भी उसका पता नहीं लगाया. श्रद्धा अपना मोबाइल भी छोड़ गई है. उसी मोबाइल से आफताब श्रद्धा का इंस्टाग्राम अकाउंट चलाता रहा और श्रद्धा के दोस्तों से चैट करता रहा. लेकिन जब आफताब को लगा कि श्रद्धा का मोबाइल कही उसके गले की हड्डी न बन जाए, इसलिए मोबाइल को भी ठिकाने लगा दिया. परिवार के दबाव के बाद मानिकपुर पुलिस दिल्ली पहुंची और महरौली पुलिस की मदद ली. इसके बाद आरोपी आफताब का राज खुला और पूरा मामला सामने आया.

एक नजर में समझें महरौली का श्रद्धा हत्याकांड

आपको बता दें कि मुंबई की रहने वाली श्रद्धा वालकर की मुलाकात आफताब अमीन पूनावाला से डेटिंग ऐप पर हुई थी. दोनों में नजदीकियां बढ़ी. दावा किया गया है कि श्रद्धा और आफताब एक ही कॉल सेंटर में काम भी करते थे. दोनों के परिवार वालों को उनका रिश्ता मंजूर नहीं था. ऐसे में दोनों परिवार से अलग रहने लगे. इस बीच दिल्ली के महरौली इलाके में आकर लिव-इन में रह रहे थे.

श्रद्धा के दोस्त रतन शुक्ला और लक्ष्मण नादर के मुताबिक, दोनों बहुत खुश थे, लेकिन इस बीच श्रद्धा को आफताब पर उसके अफेयर का शक हुआ. इसपर श्रद्धा ने शादी का दबाव बनाया. ऐसे में दोनों के बीच झगड़े शुरू हो गए. आरोपी आफताब ने कबूला कि गुस्से में अपना आपा खो दिया और श्रद्धा का गला घोंट दिया. इसके बाद 300 लीटर का एक रेफ्रिजरेटर लाकर उसमें श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े कर रख दिया. 18 दिनों तक लगातार रात में महरौली के जंगल में टुकड़ों को अलग-अलग स्थानों में फेंकता रहा.