नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के 6 दोषियों में शामिल नलिनी श्रीहरन को 12 नवंबर को तमिलनाडु की जेल से रिहा कर दिया गया है। मंगलवार (15 नवंबर) को पत्रकारों से बात करते हुए नलिनी ने खुद को निर्दोष बताया हैं।
नलिनी ने पत्रकारों से बात करते समय कहा, “कुछ लोग हमारी रिहाई का विरोध कर रहे हैं। हम एक कांग्रेसी परिवार हैं। जब इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या हुई, तो हमारा परिवार दुखी था और खाना तक नहीं खाया था। मैं यह स्वीकार नहीं कर सकती थी कि राजीव गांधी की हत्या में मेरा नाम लिया गया। मुझे इस दोष से मुक्त होना चाहिए। हमें नहीं पता कि राजीव गांधी की हत्या किसने की”।
नलिनी श्रीहरन ने की राज्य और केंद्र सरकार से अपील
नलिनी श्रीहरन ने मगंलवार को पत्रकार से बातचीत के दौरान राज्य और केंद्र सरकार से 4 श्रीलंकाई नागरिकों को रिहा करने की अपील भी की है। उन्होंने कहा, मैं राज्य और केंद्र सरकार से अपील करती हूं कि वे 4 श्रीलंकाई नागरिकों को रिहा करें, जो त्रिची विशेष शिविर में बंद हैं, जिसमें मेरे पति भी शामिल हैं। जेल से रिहा होने के बावजूद यह विशेष शिविर फिर से एक जेल की ही तरह है”।
नलिनी श्रीहरन 12 नवंबर को हुई थी जेल से रिहा
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड की दोषी नलिनी श्रीहरन 3 दशक की कैद के बाद तमिलनाडु की जेल से रिहा हुई थी। नलिनी को उनके पति वी श्रीहरन उर्फ मुरगन से पहले रिहा किया गया। अपनी रिहाई के बाद नलिनी ने पत्रकारों से बात करते हुए खुद को निर्दोष बताया और कहा दृढ विश्वास ने उसे इतने वर्षों तक जीवित रखा।
नलिनी श्रीहरन केंद्र व राज्य सरकार का जताया आभार
वेल्लोर स्थित महिलाओं की विशेष जेल से रिहा होने के बाद नलिनी ने कहा कि “मैं अपने परिवार के साथ रहना चाहती हूं। मेरे परिवार के सभी सदस्य इतने लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। मैं राज्य और केंद्र सरकार को धन्यवाद देना चाहती हूं। उन्होंने इस दौरान हमारी बहुत मदद की। उन्होंने आगे कहा कि मैं गांधी परिवार के किसी भी सदस्य से मिलने की योजना नहीं बना रही हूं”।