नईदिल्ली I टी20 विश्व कप 2022 के सेमीफाइनल में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया की इस हार के बाद काफी सवाल उठ रहे हैं। इस मैच में भारतीय टीम ने 168 रन का स्कोर बनाया था, लेकिन इंग्लैंड ने 16 ओवर में बिना कोई विकेट गंवाए लक्ष्य हासिल कर लिया। विश्व कप जीतने का सपना देखने वाली भारतीय टीम सेमीफाइनल मुकाबले में पूरी तरह लाचार नजर आई। इसके बाद भारत की कप्तानी गेंदबाजी और टीम चयन पर सवाल उठ रहे हैं।
भारत ने आखिरी आईसीसी ट्रॉफी 2013 में धोनी की कप्तानी में जीती थी। भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में इंग्लैंड को हराकर खिताब अपने नाम किया था। इस बार उम्मीद लगाई जा रही थी कि रोहित शर्मा भारत को खिताब दिलाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
इस टूर्नामेंट में रोहित शर्मा की फॉर्म भी अच्छी नहीं थी। नीदरलैंड के खिलाफ अर्धशतक को छोड़कर, वह पाकिस्तान (4), दक्षिण अफ्रीका (15), बांग्लादेश (2), जिम्बाब्वे (15) और इंग्लैंड (27) का स्कोर ही बना पाए थे। भारत की हार के बाद पूर्व भारतीय खिलाड़ी अतुल वासन ने कहा है कि टी20 क्रिकेट में भी टेनिस की तरह न खेलने वाले कप्तान रखने का समय आ गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि धोनी को भारत का न खेलने वाला कप्तान बना देना चाहिए।
अतुल वासन ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा “आप क्रिकेट के दो स्तर देख रहे हैं। आप कप्तान को दोष नहीं दे सकते, टीम प्रबंधन भी दोषी है। रोहित शर्मा ने एक भी निर्णय नहीं लिया था। सिर्फ शर्मा को खुद कहां छिपना है फील्ड में, वो उन्होंने खुद सोचा होगा। अब समय आ गया है कि टेनिस की तरह टी20 में भी एक नहीं खेलने वाला कप्तान हो। मुझे लगता है कि एमएस धोनी को यह जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।”
सेमीफाइनल मैच में विराट कोहली के 50 रन और हार्दिक पांड्या की 33 गेंदों में 63 रनों की पारी के चलते भारत ने छह विकेट पर 168 रन बनाए थे। यह स्कोर लड़ने लायक था, लेकिन इंग्लैंड की सलामी जोड़ी ने एकतरफा अंदाज में अपनी टीम को जीत दिला दी। इंग्लैंड के कप्तान बटलर ने लक्ष्य का पीछा करते हुए पहले ओवर में भुवनेश्वर कुमार को तीन चौके मारे और इसके बाद उनकी टीम ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
हेल्स जल्द ही बड़े शॉट खेलने लगे और इंग्लैंड ने छह ओवरों में 63 रन बना लिए। उन्होंने 28 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और अक्षर पटेल के खिलाफ जमकर रन बटोरे। अक्षर ने अपने तीन ओवरों में 28 रन लुटाए। हेल्स ने पांड्या की गेंद पर एक और छक्का लगाकर टीम के 100 रन पूरे किए और बटलर ने पांड्या की गेंद पर एक छक्का और एक चौका लगाकर अर्धशतक पूरा किया। इस जोड़ी ने 16 ओवर में इंग्लैंड को जीत दिलाकर फाइनल में पहुंचा दिया।