एक गेंद ने बदला Final, पाकिस्तान के हाथ से फिसली जीत, बाबर बोले- अलग होता नतीजा

नईदिल्ली I 2021 में सेमीफाइनल और 2022 में फाइनल. लगातार दो टी20 विश्व कप में पाकिस्तानी टीम खिताब के करीब आकर चूक गई. रविवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में बाबर आजम की टीम को इंग्लैंड ने 5 विकेट से हराते हुए टी20 विश्व कप 2022 का खिताब जीत लिया. छोटे स्कोर के बावजूद पाकिस्तानी टीम ने मुकाबले को कड़ा बनाया और इंग्लैंड को आसानी से जीत हासिल नहीं करने दी. इस मैच का परिणाम पाकिस्तान के पक्ष में भी जा सकता था, लेकिन 13वें ओवर में जो हुआ, उसने सब बदल दिया. हार के बाद कप्तान बाबर ने भी इस बात को माना और कहा कि नतीजा कुछ अलग भी हो सकता था.

मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में हुए मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी की थी. टीम की बैटिंग एक बार फिर फ्लॉप रही और 20 ओवरों में उसके बल्लेबाज सिर्फ 137 रन का स्कोर खड़ा कर सके. खुद कप्तान बाबर आजम 32 रन बना सके. इसके जवाब में इंग्लैंड ने शुरुआत में विकेट गंवाए लेकिन तेजी से रन भी बटोरे. हालांकि, पावरप्ले के बाद पाकिस्तानी गेंदबाजों ने लगाम कसनी शुरू की. इस दौरान हैरी ब्रूक और बेन स्टोक्स बल्लेबाजी कर रहे थे.

फिर 13वें ओवर में हैरी ब्रूक आउट हो गए और उन्हें आउट करने वाला कैच लपका शाहीन शाह अफरीदी ने. विकेट तो मिल गया लेकिन शाहीन चोटिल हो गए. वह उसके बाद 16वें ओवर में गेंदबाजी के लिए आए लेकिन 1 ही गेंद डाल सके और फिर दोबारा बॉलिंग नहीं कर सके. मैच के बाद बाबर ने माना कि इसने टीम को झटका दिया. बाबर ने कहा, यदि शाहीन ने वह ओवर किया होता तो चीजें अलग हो सकती थी. तब बाएं हाथ के दो बल्लेबाज (स्टोक्स और मोईन अली) क्रीज पर थे और इसलिए मैंने ऑफ स्पिनर को गेंद सौंपी.

शाहीन के बाहर जाने के बाद बाबर ने ऑफ स्पिनर इफ्तिखार अहमद से यह ओवर पूरा करवाया लेकिन ये दांव उल्टा पड़ गया. इफ्तिखार की आखिरी गेंदों पर बेन स्टोक्स ने छक्का और चौका जमाते हुए 13 रन बटोरे, जिसने इंग्लैंड पर बढ़ रहे दबाव को हटा दिया. शाहीन ने पारी के पहले ही ओवर में एलेक्स हेल्स को बोल्ड कर टीम को जोरदार शुरुआत दिलाई थी.

बाबर ने माना की बैटिंग में उनकी टीम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी लेकिन उन्होंने पूरा जोर लगाया और अगर शाहीन होते तो स्थिति अलग हो सकती थी. बाबर ने कहा, “हम साझेदारी नहीं निभा पाए जिससे हम बैकफुट पर चले गए. इंग्लैंड के गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी की लेकिन यहां कोई बहाना नहीं है. हमने परिस्थितियों के अनुकूल खेल दिखाया लेकिन 20वें ओवर तक हम पर दबाव था. यदि शाहीन वहां होता तो कहानी अलग हो सकती थी.