कोरबा I कोरबा जिले के खोड़ल गांव में रहने वाले अजीत दीवाकर ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की। समय रहते उसका इलाज जिला अस्पताल में कराया गया, जिससे उसकी जान बच गई। युवक अजीत ने पुलिस पर एक मामले में समझौता कराने के बदले 10 हजार रुपए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। मामला उरगा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, खोड़ल गांव के रहने वाले अजीत का विवाद अपने पड़ोसी नरेंद्र जांगड़े से हो गया था। इसके बाद दोनों के बीच मारपीट भी हुई। एक पक्ष ने पुलिस में शिकायत की, तो कुछ घंटे बाद दूसरा पक्ष भी थाने पहुंच गया। अजीत ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल ने समझौते के लिए 10 हजार रुपए मांगे। एक हजार रुपए उसने दे दिए थे, लेकिन बाकी रुपयों की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी, इसलिए उसने जहर खाकर जान देने की कोशिश की।
अजीत की पत्नी ने कहा कि जहर खाने के बाद पति की हालत बिगड़ने लगी। जिसके बाद उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल लाया गया। समय पर जान बचने से पति की जान बच गई। पत्नी ने गांव के नरेंद्र जांगड़े पर घर में घुसकर मारपीट करने का भी आरोप लगाया। उसने कहा कि जब वे थाने रिपोर्ट लिखवाने पहुंचे, तो पुलिस ने आरोपी पर कार्रवाई करने के बजाय उनसे रिश्वत की मांग की।
रिश्वत की बात से पुलिस का इनकार
इधर उरगा थाना प्रभारी सनत सोनवानी ने बताया कि मारपीट का मामला आया था। फिलहाल दोनों पक्षों की रिपोर्ट लिख ली गई है। जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने किसी भी तरह की रिश्वत मांगने की बात से इनकार कर दिया।